भारतीय पुलिस ( लेटेस्ट न्यूज़ )
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शाहदरा डी.सी.पी ने सम्मान फाउंडेशन के बच्चों के सँग मनाया देश का 73वां गणतंत्र दिवस।
पूर्वी दिल्ली : सम्मान फाउंडेशन ने सभी त्योहारों की तरह एक बार फिर से सम्मान पाठशाला के बच्चों के साथ देश का 73वां गणतंत्र दिवस मनाया जिसमें शाहदरा डी.सी.पी श्री आर साथिया सुंदरम के साथ गांधीनगर एंव विवेकविहार के एसीपी के साथ-साथ शाहदरा जिले के कई थानों के एसएचओ भी रहे सम्मिलित।
सम्मान फाउंडेशन ने दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट स्थित थाना आनंद विहार परिसर में दिल्ली पुलिस एवं सम्मान फाउंडेशन द्वारा संचालित सम्मान पाठशाला में पढ़ने वाले स्थानीय झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों सँग मनाया देश का 73वां गणतंत्र दिवस।
आर साथिया सुंदरम ने बताया की थाना आनंद विहार परिसर में दिल्ली पुलिस एवं सम्मान फाउंडेशन द्वारा संचालित सम्मान पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चों से पहले से ही मुलाकात हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उन्हें बच्चों सँग सेलिब्रेशन करना व उनकी प्रतिभा देखने में बहुत अच्छा लगता है व वह उनमें अपना बचपन देखते हैं। पहले जब मैं थाना आनंद विहार निरिक्षण के लिए आया था तब पार्क में बच्चों को पढ़ता देख मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और स्वयं इन बच्चों से बात करने के लिए पार्क में पहुंच गया। डी सी पी श्री आर साथिया सुंदरम ने बताया की बच्चों से बात करके उनको बहुत अच्छा लगा।
साथ ही उन्होंने थाना आनंद विहार SHO श्री हरकेश गाबा की तारीफ करते हुए बताया की हरकेश जी बेहद एक्टिव व्यक्ति है जिन्होंने इतने कम समय में इन बच्चों के लिए बेहतरीन खान-पान की व्यवस्था कर बच्चों व हम सब का दिल जीत लिया है। साथ ही सम्मान फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की वही गणतंत्र दिवस महोत्सव का आयोजन करने पर सम्मान फाउंडेशन का धन्यवाद प्रकट किया।
इस मौके पर सम्मान फाउंडेशन की ओर से कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस के कई जवानों को अच्छे कार्यों के लिए डीसीपी द्वारा सम्मानित किया गया।
इस मौके पर सम्मान फाउंडेशन के संस्थापक श्री गौरव तिवारी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री राजेश मल्होत्रा जी, राष्ट्रीयमहा सचिव श्रीमती हेमलता जी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री प्रभात तिवारी जी, राष्ट्रीय सचिव श्री विपिन तिवारी जी, दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अवनीश सक्सेना जी, दिल्ली प्रदेश महासचिव श्री अशोक शर्मा जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री नवीन गुप्ता जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री यश सक्सेना जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री प्रभात कुमार जी, सुश्री माहि तिवारी जी, एवं समाज सेविका श्रीमती अंजू शर्मा जी, सुश्री नैन्सी शर्मा जी, पाठशाला की सहायक सुश्री वंदना व संस्था के मार्गदर्शक शर्मा जी, व राहुल तिवारी जी, अन्य लोग मौजूद रहें।
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सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा थाना प्रभारी मंडावली कश्मीरी लाल जी को किया सम्मानित
पूर्वी दिल्ली: आज सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर सफलता पूर्व किये जा रहे कार्यो में सक्रिय भागीदारी एवं उच्च सामाजिक आदर्श भावना के लिए थाना प्रभारी मंडावली दिल्ली, श्री कश्मीरी लाल जी को जनता की ओर से सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया।
साथ ही थाना मंडावली के पुलिस कर्मियों को उनके द्वारा सामाजिक कार्यो में सक्रिय भागीदारी के लिए श्री योगेंदर ( हेड कॉन्स्टेबल ), श्री प्रदीप ( हेड कॉन्स्टेबल ), श्री बंसी लाल ( कॉन्स्टेबल ), श्री आज़ाद ( कॉन्स्टेबल ), श्री लोकेंद्र ( कॉन्स्टेबल ), श्री मनोज ( कॉन्स्टेबल ), व वरिष्ठ समाज सेवी श्री मोहित जैन, श्री गुरुदेव शर्मा, श्री सैयद सज्जाद अली ज़ैदी को थाना प्रभारी मंडावली दिल्ली श्री कश्मीरी लाल जी द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सम्मान फाउंडेशन के संस्थापक श्री एस बी तिवारी, व पुलिस पत्रिका के प्रधान संपादक श्री गौरव तिवारी, सम्मान फाउंडेशन की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती हेमलता जी, सचिव श्री धीरज जी, श्री अजय वीर सिंह जी, सौरव जी, रीना जी, पिंकी शर्मा जी व अन्य लोग मौजूद रहें।
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SHO मंडावली कश्मीरी लाल ने दिखाई दरियादिली, दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस
पूर्वी दिल्ली: एक तरफ जहाँ दिल्ली में लॉकडाउन की वजह से लोग परेशान है लोग घरों में रहने को मजबूर है वही दिल्ली पुलिस को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है इस संकट के समय में भी अपराधियों पर कड़ी नज़र, साथ ही समाज को सुरक्षित बनाने एवं कानूनी व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए दिन-रात पुलिस के जवान देश की सेवा करते नज़र आ जायेंगे ।
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए पूर्वी दिल्ली स्थित थाना मंडावली के थानाध्यक्ष कश्मीरी लाल ने अपनी दरियादिली मानवता का परिचय दिया। स्थानीय लोगो के अनुसार यमुना खदार स्थित स्थानीय झोपड़ियों में रहने वाले लोगो ने पुलिस की गाड़ी को अपनी ओर आता देख उनके बीच में अचानक हलचल मच गई। तभी SHO थानाध्यक्ष कश्मीरी लाल ने लोगो की घबराहट को समझते हुए।
तुरंत गाड़ी से उतर कर लोगो को प्यार से समझाया और स्थानीय लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से स्थानीय दुकानदारों को कोरोना के खतरों से अवगत कराया साथ ही उन्होंने सभी दुकानदारों को हिदायत दी की दुकान में मौजूद कोई भी ग्राहक बिना मास्क के नहीं रहे और सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णत: पालन किया जाए। साथ ही स्थानीय लोगों को मास्क बाटे। यमुना खादर बस्तियों में रहने वाले गरीबों बच्चों को खाने के पैकेट बांटकर मानवता की मिसाल पेश की।
SHO मंडावली कश्मीरी लाल ने बताया की वो काफी समय से बस्तियों में रहने वाले गरीब बच्चों के लिए कुछ करना चाहते थे पर कोरोना काल के चलते समय न मिलपाने की वजह से ज्यादा से ज्यादा समय थाना क्षेत्र में बिताते है वही आज मुझे जाने का मौका मिला साथ ही उन्होंने इंस्पेक्टर अजित कुमार व थाने के सभी पुलिस कर्मियों का धन्यवाद किया की इन विपरीत परिस्थिति में भी सभी पुलिस कर्मी जनता की सेवा के लिए सदैव तत्पर सब के साथ खड़े है।
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कोरोना काल में पुलिस मित्रा फाउंडेशन दे सदस्य जन सेवा के लिए सदैव तत्पर
नई दिल्ली: पूरा देश जहाँ कोरोना महामारी की चपेट में है वही देश की राजधानी दिल्ली की बात की जाये तो हालत बेहद ख़राब होते जा रहे है। कोरोना वायरस के चलते लाखों लोग इस महामारी से अपनी जान गवा चुके है। दिल्ली के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से हाहाकार, नहीं रूक रहा सांसें थमने का सिलसिला जारी है।
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वहीं देश की जिम्मेदार संस्थाओं में से एक "पुलिस मित्रा फाउंडेशन" लगातार लोगो की सहायता कर रही है। संस्था के सभी पदाधिकारी व सदस्य एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स निशुल्क अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है।
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"पुलिस मित्रा फाउंडेशन" के अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया की पुलिस मित्रा फाउंडेशन के सभी पदाधिकारी व सदस्य एवं वालंटियर दिन रात जनता की सेवा कर रहे है। उन्होंने बताया की दिल्ली एनसीआर क्षेत्रों से प्रतिदिन सैकड़ों फोन कॉल्स मदद के लिए आ रहे है। हमारी कोशिश है की हम ज्यादा से ज्यादा लोगो तक मदद पंहुचा सके।
साथ ही उन्होंने बताया की रोहिणी स्थित 42 वर्षीय चित्रा तनेजा जी कोरोना वायरस संक्रमित होने के चलते आज सुभह उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी जिसके चलते उनकी तबियत बिगड़ गई, दिल्ली के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के चलते बाजार से भी ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो सका।
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अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया की चित्रा तनेजा जी की बिगड़ती तबियत की सूचना मिलते ही पुलिस मित्रा फाउंडेशन के सदस्य व समाजसेवी संजय मित्तल द्वारा रातो-रात ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर उनके घर पहुंचाया। इन सभी सेवा भाव को सराहते हुए संस्था के सभी पदाधिकारी व सदस्यों द्वारा संजय मित्तल किये गए कार्यों की प्रशंसा की गई।
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गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर केस: UP पुलिस के खिलाफ नहीं मिला कोई सबूत, दी गई क्लीन चिट
नई दिल्ली: कानपुर के बिकरू गांव में कई पुलिस वालों की हत्या करने वाले गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस को बड़ी राहत मिली है. जानकारी के मुताबिक, गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है, जिसके मद्देनजर जस्टिस बीएस चौहान आयोग की रिपोर्ट में यूपी पुलिस को इस मामले में क्लीन चिट दे दी गई है. गैंगेस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर मामले में हो रही जांच में यूपी पुलिस के फर्जी मुठभेड़ करने के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है. गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के केस में आयोग को कोई भी चश्मदीद नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो सके कि एनकाउंटर फर्जी था.
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क्या है पूरा मामाल?
विकास दुबे के एनकाउंटर के केस के मामले में पिछले साल 22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज जस्टिस बीएस चौहान की अध्यक्षता में एक जांच आयोग का गठन किया गया था. इसमें इलाहाबाद के एचसी जज शशि कांत अग्रवाल और पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता शामिल थे. आयोग ने स्वतंत्र गवाहों की आठ महीने की गहन खोज के बाद सोमवार को यूपी सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी.ये भी पढ़े:कोरोना संकट के बीच वायुसेना ने संभाला मोर्चा, एयरलिफ्ट कर पहुंचा रही ऑक्सीजन, दवाइयां
सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 जुलाई को मुठभेड़ दिन के उजाले में हुई थी, लेकिन इसमें एक भी गवाह सामने नहीं आया है और इस मामले में पुलिस के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है. आयोग ने समाचार पत्रों में इससे संबंधित बार-बार विज्ञापन भी दिया. आसपास के लोगों और वहां मौजूद मीडिया कर्मियों से भी अनुरोध किया कि पुलिस के खिलाफ कोई सबूत हो तो जरूर दें. आयोग ने मुठभेड़ स्थलों से सटे गांवों में पर्चे भी वितरित किए थे.
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इसके अलावा विकास दुबे और उसके अन्य पांच साथी जिन्हें मुठभेड़ में मारा गया था, उनके परिवार के लोगों, रिश्तेदारों व गांव वालों ने भी पुलिस के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया. 130 पेज की इस रिपोर्ट में 600 पेजों के दस्तावेज शामिल हैं. आयोग ने मीडिया के बर्ताव पर भी निराशा व्यक्त की है कि बार बार अनुरोध के बाद भी मुठभेड़ से संबंधी फुटेज नहीं दी गई.
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शर्मनाक घटना: मास्क के लिए टोकने पर पुलिस के साथ मारपीट कर रहे सिरफिरे
लखनऊ: कोरोना की दूसरी लहर में भयावह होते हालात के बीच पुलिस कर्मी ड्यूटी निभा रहे हैं। लखनऊ कमिश्नरेट से लेकर लखनऊ ग्रामीण में तैनात कई अधिकारी और कर्मचारी कोविड पाजिटिव हो चुके हैं। जो फील्ड में है वह जरूरतमंदों की मदद करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। खुद को खतरा मोल लेते हुए दूसरों को कोविड दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए कह रहे हैं। लेकिन कुछ सिरफिरों को पुलिस की यह सलाह नागवार गुजर रही है। ऐसे हालात में पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की घटनाएं बढ़ी हैं।
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पुलिस कमिश्नर ध्रुवकांत ठाकुर ने पुलिस से बदसलूकी करने वालों को चेताया है। साथ ही शहरवासियों से उन्होंने अपील भी की है। वे कहते हैं कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बचाव ही सबसे कारगर हथियार है। मास्क लगाना, दो गज की दूरी का पालन करना, बेवजह घर से बाहर नहीं जाना और हाथ सैनिटाइज करने भर से कोरोना के खतरे को काफी हद तक टाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को हमेशा विपरीत परिस्थिति में काम करना होता है। कोरोना काल भी इससे अलग नहीं है।
हम ड्यूटी निभाने के साथ ही सेवाभाव से जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। साथ ही कोविड दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को समझा भी रहे हैं।बीते दिनों कुछ घटनाएं सामने आईं हैं। जिसमें पुलिस के टोकने पर लोग उग्र व्यवहार करते पाए गए हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने शहरवासियों से कोरोना से बचाव के लिए सुझाए गए निर्देशों का पालन करने की अपील भी की है।
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पुलिस अधीक्षक लखनऊ ग्रामीण हृदयेश कुमार बताते हैं कि पंचायत चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के साथ ही लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरुक करने का काम भी हमने किया है। इसके बाद भी लोग मास्क पहनने में कोताही बरते हैं। जिन पर सख्ती करनी पड़ती है।वह कहते हैं कि मास्क अपनी सुरक्षा के लिए पहनना चाहिए, पुलिस के डर से नहीं। यह बात हर व्यक्ति को समझनी होगी। सुझाए गए दिशा निर्देशों का पालन करके ही इस महामारी पर काबू पाया जा सकता है।
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दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी : 9 साल की मासूम का अपहरण कर बेचने जा रहे दो आरोपी गिरफ्तार
नई दिल्ली: नौ साल की बच्ची का अपहरण कर उसे बेचने जा रही एक महिला व उसके साथी को ख्याला थाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। बच्ची को सकुशल बरामद कर उसके परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने आरोपियों फूल कुमार और प्रसाद को गुप्त सूचना के आधार पर फतेहपुर में छापेमारी की और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि बच्ची को बेचने के इरादे से अपहरण किया था और उसे बेचने की फिराक में थे।
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पुलिस उपायुक्त उर्विजा गोयल ने बताया कि विष्णु गार्डन में रहने वाली बच्ची की मां ने कुछ दिनों पहले ख्याला थाने में अपनी 9 साल की बच्ची के अपहरण की शिकायत दी। पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की। घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच क तो उसमें बच्ची के पड़ोस में रहने वाले प्रसाद और फूल कुमारी उसे ऑटो में ले जाते दिखे। पुलिस ने प्रसाद को उसके घर पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।
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प्रसाद ने बताया उसके साथ किराए पर रहने वाली फूल कुमारी ने लड़की बेचने के इरादे से फतेहपुर स्थित अपने गांव रायपुर मौरी गई है। पुलिस ने महिला के गांव जाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महिला ने बताया उसे पता था मां के फैक्टरी चले जाने के बाद बच्ची घर में अकेली रहती है। उसने प्रसाद को अपनी साजिश में शामिल किया।16 अप्रैल को दोनों लड़की को ऑटो में बिठाकर आनंद विहार रेलवे स्टेशन ले गए। महिला बच्ची को अपने साथ गांव ले गई।
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दिल्ली पुलिस एक बार फिर साबित हुई दिल की पुलिस
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस, कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बिना दिल्ली पुलिस के जवानों ने एक मिसाल कायम की है दिल्ली में बढ़ते कोविड के मामलों की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली में 2 दिन का वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान किया इस दौरान दिल्ली में हॉस्पिटलों में मरीजों को ऑक्सीजन की भारी किल्लत के मामले सामने आए तो खुद डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से मांग की रविवार को दिल्ली के नांगलोई स्थित मंसाराम हॉस्पिटल मैं भी ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई जिससे हॉस्पिटल में मौजूद कोविड के 35 मरीजों की जान पर बन आई हॉस्पिटल के डायरेक्टर मैनेजमेंट स्टाफ ने सभी सप्लायर से ऑक्सीजन की मांग की लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई ना मिलने के कारण जब मरीजों की जान पर बन आई तो मंसाराम हॉस्पिटल के डायरेक्टर को आपातकाल में मरीजों की जान बचाने के लिए एक ही रास्ता नजर आया और वह रास्ता था
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दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस कंट्रोल रूम का मनसा राम हॉस्पिटल के डायरेक्टर ने पुलिस को काल करके तुरंत मरीजों की जान बचाने के लिए सहायता मांगी जिसके बाद आउटर डिस्टिक के एडिशनल डीसीपी सुधांशु धामा ने तत्परता के साथ बिना देरी किए एसीपी आशीष के नेतृत्व में निहाल विहार एसएचओ महावीर सिंह की टीम को हॉस्पिटल को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने का जिम्मा सौंपा पुलिस टीम ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कई जगह से भागदौड़ जद्दोजेहद संपर्क करने के उपरांत बाद मरीज की जान बचाने के लिए तुरंत 10 ऑक्सीजन सिलेंडर का बंदोबस्त कर मंसाराम हॉस्पिटल पहुंचाया कुछ देर बाद 10 ऑक्सीजन सिलेंडर दोबारा हॉस्पिटल को डिलीवर करवाए पुलिस की इस दरियादिली को देखकर हॉस्पिटल के डायरेक्टर राजेश डबास ने दिल्ली पुलिस और जिले के डीसीपी सुधांशु धामा समेत पुलिस टीम का धन्यवाद प्रकट किया है साथ ही एक जिम्मेदार न्यूज़ चैनल होने के नाते दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस को इस सराहनीय कार्य के लिए दिल से सराहना करते है और सेल्यूट करते हैं।
येभी पढ़े : दिल्ली: कर्फ्यू में निकलने के लिए E-PASS बनवाना चाह रहे हैं तो इसकी व्यथा-कथा भी सुन लीजिए
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दिल्ली: कर्फ्यू में निकलने के लिए E-PASS बनवाना चाह रहे हैं तो इसकी व्यथा-कथा भी सुन लीजिए
दिल्ली: दिल्ली में कोरोना की तगड़ी वेव के चलते गुरुवार को आम आदमी पार्टी की सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है. यह 17 अप्रैल से शुरू हो जाएगा. दिल्ली में हर शुक्रवार रात को 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक वीकेंड कर्फ्यू जारी रहेगा. इस दौरान लोगों के बेवजह घरों से निकलने पर पाबंदी रहेगी. हालांकि जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को अपने पहचान पत्र के साथ जाने की इज़ाजत होगी. अगर आपको बाहर निकलना ही है तो दिल्ली सरकार या दिल्ली पुलिस से ई-पास बनवाने होंगे. दिल्ली सरकार सिर्फ रविवार रात को मूवमेंट के लिए पास जारी कर रही है. जबकि दिल्ली पुलिस पूरे वीकेंड के लिए मूवमेंट पास उपलब्ध करा रही है. आइए स्टेप-बाई-स्टेप जानते हैं कि ये ई-पास कैसे बनवाने हैं.
पहले जानिए वीकेंड कर्फ्यू का सिस्टम क्या है?
वीकेंड कर्फ्यू में कुछ चीजों को पूरी तरह से बंद किया गया है और कुछ को कम कैपेसिटी से चलाया जा रहा है. मिसाल के तौर पर दिल्ली में सभी शॉपिंग मॉल, जिम, स्पा, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल, एंटरनेटमेंट पार्क वीकेंड कर्फ्यू के दौरान बंद रहेंगे. लेकिन सिनेमा हॉल को छूट दी गई है. कोई भी थियेटर, मल्टीप्लेक्स या सिनेमा हॉल अपनी कैपेसिटी के 30 फीसदी के हिसाब से खुला रहेगा. आपको इसके लिए वैलिड टिकट दिखाना होगा. दिल्ली में अभी बाहर जाकर खाना खाने की मनाही है. यानी आप रेस्तरां, होटल, पब, में जाकर कुछ खा-पी नहीं सकते हैं. हालांकि, होम डिलीवरी या टेक-अवे की इजाजत दी गई है. यानी आप कुछ मंगाना चाहें तो मंगवा सकते हैं.
अब जान लेते हैं कि दिल्ली पुलिस का कर्फ्यू पास कैसे बनवाना है.
ऐसे बनवाएं दिल्ली पुलिस का कर्फ्यू पास
# दिल्ली पुलिस की वेबसाइट www.delhipolice.nic.in पर जाएं और मूवमेंट पास वाले टैब कर क्लिक करें.
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दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू: जानें- किन कामों के लिए निकलने की होगी छूट, क्या पाबंदियां
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी को काबू करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने गुरुवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक वीकेंड कर्फ्यू लगा दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वीकेंड में होने वाली सोशल गैदरिंग और कोरोना की चेन तोड़ने के लिए यहां वीकेंड कर्फ्यू लगाया जा रहा है। केजरीवाल ने कहा ये पाबंदी आप लोगों की सुरक्षा के लिए हैं।
मॉल, स्पा, जिम, ऑडिटोरियम सब बंद
केजरीवाल ने कहा कि वीकेंड कर्फ्यू के दौरान दिल्ली में मॉल, स्पा, जिम, ऑडिटोरियम आदि सब पूरी तरह से बंद रहेंगे, लेकिन सिनेमा हॉल 30 प्रतिशत क्षमता के साथ चल सकेंगे। इसके साथ ही हर जोन में एक दिन में केवल एक साप्ताहिक बाजार को अनुमति दी जाएगी। बाजारों में ज्यादा भीड़भाड़ न हो इसके लिए भी खास इंतजाम किए जा रहे हैं। रेस्टोरेंट में अब बैठकर खाने की इजाजत नहीं होगी, केवल होम डिलीवरी की अनुमति होगी। आवश्यक सेवाएं पहले की तरह ही जारी रहेंगी। आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों और शादियों के लिए लोगों को कर्फ्यू पास जारी किए जाएंगे। लोग आज से ही पास के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जानें क्या हैं पाबंदियां?
शॉपिंग मॉल, स्पा, ऑडिटोरियम और जिम बंद रहेंगे।
सिनेमा हॉल 30% क्षमता के साथ संचालित हो सकेंगे।
दिल्ली में रेस्तरां और भोजनालयों में बैठकर खाने की अनुमति नहीं है।
सभी आवश्यक सेवाओं और होम डिलीवरी की अनुमति दी जाएगी।
शादियों पर कोई रोक नहीं, लेकिन कर्फ्यू पास लेना होगा।
प्रत्येक क्षेत्र में प्रति दिन केवल एक साप्ताहिक बाजार लगेगा।
सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए स्कूलों के अंदर बाजार खोले जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा युवाओं से निवेदन है कि जब भी आप घर से बाहर निकलें तो कोविड दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें। उन्होंने कहा कि लोगों को कई तरह की जिम्मेदारी के लिए घर से निकलना पड़ता है, लेकिन जब ज्यादा जरूरी हो, तभी बाहर निकलें। घर से निकलने पर सारे कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो करें क्योंकि अपनी सुरक्षा अपने हाथ में हैं।
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दिल्ली पुलिस हेड कॉन्स्टेबल पर हमला, 2 महिलाओं सहित 8 लोग गिरफ्तार
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के ख्याला इलाके में बुधवार सुबह एक झगड़े की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी से आरोपियों ने बहस करनी शुरू कर दी। देखते ही देखते यह बहस झगड़े में बदल गई और आरोपियों ने पुलिसकर्मी के साथ जमकर मारपीट की। पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की शिकायत मिलते ही ख्याला थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस टीम ने पहले पुलिसकर्मी को बचाया और फिर उसके बयान पर दो महिलाओं सहित 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। उधर, पुलिसकर्मी के साथ हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में वारयल हो गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रेखा देवी (46), बिनीता (30), मोहन झा (55), विकाश झा (24), पप्पू झा (32), मनीष झा (28), आकाश कुमार झा (20) और धनेंद्र प्रताप सिंह (20) के रूप में हुई है।
डीसीपी उर्विजा गोयल ने बताया कि 13-14 अप्रैल की देर रात पुलिस को ख्याला में झगड़ा होने की सूचना मिली थी। हेड कॉन्स्टेबल रामचन्द्र मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्हें कोई नहीं मिला। इसके बाद वह वापस थाने आ गए। बुधवार सुबह करीब 8 बजे रात को हुए झगड़े की शिकायत लेकर एक महिला थाने पहुंची, जिसने बताया कि दूसरे पक्ष के लोग लगातार उनके साथ झगड़ा कर रहे हैं और उन्हें परेशान कर रहे हैं। ऐसे में हेड कॉन्स्टेबल रामचन्द्र और एसआई छोटे लाल शिकायतकर्ता के साथ ख्याला के आरजेड ब्लॉक पहुंचे।
वहां पहुंचने पर शिकायतकर्ता ने रेखा और मोहल झा की पहचान की और बताया कि वह दोनों उसके साथ झगड़ा कर रहे हैं। इस पर पुलिसकर्मी दोनों से बात करते पहुंचे, लेकिन रेखा और मोहन दोनों ने शिकायतकर्ता को पुलिस के साथ देखकर धमकी देना शुरू कर दिया और पुलिस कर्मियों के साथ भी बदसलूकी की। दोनों आरोपियों ने 8-9 और लोगों को भी मौके पर बुला लिया। अभी एसआई छोटे लाल अपनी बाइक पार्किंग में खड़ी करने गए हुए थे। इसी दौरान भीड़ ने डंडे से हेड कॉन्स्टेबल रामचन्द्र पर हमला कर दिया। हमला करने वालों में महिलाएं भी शामिल थीं। सभी ने हेड कॉन्स्टेबल के साथ धक्का-मुक्की की और उसकी वर्दी भी फाड़ दी। इसी दौरान एसआई वहां पहुंचे और उन्होंने ख्याला थाने में फोन कर अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने हेड कॉन्स्टेबल राम चन्द्र को भीड़ से बचाया।
केस दर्ज कर 8 लोगों को पकड़ा
पुलिस टीम ने हेड कॉन्स्टेबल राम चन्द्र के बयान पर संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों को दबोचना शुरू कर दिया। पुलिस ने ख्याला से ही रेखा देवी और बिनीता को तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि मोहन झा, विकाश झा, पप्पू झा, मनीष झा, आकाश कुमार झा, धनन्दर प्रताप सिंह उर्फ विक्की को बाद में पकड़ा। दोनों महिलाओं को पुलिस ने जेल भेज दिया है और बाकि आरोपियों से फिलहाल पुछताछ की जा रही है।
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गाजियाबाद में पंचायत चुनाव से पहले तमंचे बनाने वाली तीन अवैध फैक्टरी पकड़ी
गाजियाबाद: पंचायत चुनाव में अवैध हथियारों का इस्तेमाल रोकने के लिए गाजियाबाद पुलिस ने सोमवार रात विशेष अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने जहां लोनी क्षेत्र में दबिश देकर अवैध हथियार बनाने वाली तीन फैक्टरी पकड़ीं, वहीं अन्य स्थानों से 47 पिस्टल, चार दर्जन से अधिक कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान कुल 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक अमित पाठक ने बताया कि पंचायत चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अवैध हथियारों के इस्तेमाल की आशंका थी। पुलिस को इस संबंध में काफी इनपुट मिले थे। सोमवार रात पुलिस अधीक्षक देहात डॉ. ईरज राजा और पुलिस अधीक्षक नगर प्रथम निपुण अग्रवाल के नेतृत्व में संयुक्त रूप से जिले में कार्रवाई शुरू की गई। लोनी सर्किल में हथियार बनाने वाली तीन फैक्टरी का खुलासा करते हुए पुलिस ने भारी मात्रा में तमंचे बनाने के उपकरण और सामग्री बरामद किया है।
वहीं अन्य थाना क्षेत्र में रह रहे विभिन्न अपराधियों के पास से 47 तमंचे बरामद हुए हैं। अब पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर यह जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है कि पकड़े गए आरोपियों के पास अवैध हथियार कहां से आए। वहीं फैक्टरी में तैयार हो रहे हथियारों की आपूर्ति कहां होनी थी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी।
शहर से गांव तक हुई छापेमारी
पुलिस उपमहानिरीक्षक ने बताया कि यह कार्रवाई शहर से लेकर गांव तक एक साथ हुई। इसमें लोनी थाना क्षेत्र से फिरोज और मेहताब को गिरफ्तार कर फैक्टरी का खुलासा किया गया है। लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र से टीकमराम उर्फ टिंकू को गिरफ्तार किया गया, जबकि इसका साथी पप्पू फरार हो गया। ट्रॉनिका सिटी पुलिस ने इस्तकार नाम के आरोपी के पास से घर में बनाए हुए 315 बोर के पांच तमंचे बरामद किए। इसी प्रकार मसूरी पुलिस ने शोएब, जावेद, वसीम और अनस को गिरफ्तार किया है। मुरादनगर पुलिस ने रवि जाटव, सोनू, निक्की और गौरव को गिरफ्तार किया है। मोदीनगर पुलिस ने पांच तमंचे के साथ मनीष जाटव को गिरफ्तार किया है। इसी प्रकार निवाड़ी पुलिस ने अवैध हथियार के साथ आसिफ को पकड़ा है। जबकि उसका साथी आजाद, यूनुस अभी फरार है। नगर कोतवाली पुलिस ने चार तमंचे और कारतूस के साथ नरेश सैनी तथा विजय नगर पुलिस ने अवैध तमंचे के साथ राम लखन को गिरफ्तार किया है।शराब की बड़ी खेप पकड़ी
मुरादनगर कोतवाली पुलिस ने पंचायत चुनाव में वितरण के लिए लाई गई अवैध शराब की बड़ी खेप बरामद की है। पुलिस ने इस खेप के साथ कुख्यात शराब माफिया रवि जाटव और उसके तीन साथियों को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लाख रुपये नगद के अलावा देशी पिस्टल, जिंदा कारतूस, नकली शराब बनाने की साम्रगी और उपकरण भी बरामद किए हैं। पुलिस उपमहानिरीक्षक अमित पाठक ने बताया कि पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए सोमवार का गाजियाबाद पुलिस ने विशेष चेकिंग अभियान चलाया था। इस अभियान के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि मोदी नगर का कुख्यात शराब माफिया और 25 हजार रुपये का इनामी रवि जाटव कैंटर में हरियाणा से अवैध शराब की खेप लेकर आ रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर हाइवे के पास ही आरोपियों को कैंटर समेत दबोच लिया। हालांकि इस कार्रवाई के दौरान सात बदमाश भागने में सफल हो गए। पुलिस उपमहानिरीक्षक ने बताया कि भागे हुए बदमाशों की भी जानकारी जुटा ली गई है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। -
महाराष्ट्र: मिनी लॉकडाउन से पहले डीजीपी ने बताया कौन सी दुकानें खुलेंगी, किन्हें बाहर निकलने की होगी छूट
मुंबई: महाराष्ट्र में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां शुरू होने से ठीक पहले डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) संजय पांडे ने कहा है कि जरूरी सेवाओं की दुकानें खुली रहेंगी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का परिचालन भी जारी रहेगा। महाराष्ट्र में 'ब्रेक द चेन' मुहिम आज रात 8 बजे से 1 मई सुबह 8 बजे तक चलेगी। इस दौरान लॉकडाउन जैसी कई सख्त पाबंदियां लागू रहेंगी। मंगलवार रात पाबंदियों का ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपील की कि वे बिना वजह घर से बाहर ना निकलें।
महाराष्ट्र के डीजीपी ने कहा, ''जरूरी सेवाओं से जुड़ी दुकानें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का परिचालन जारी रहेगा। इस बार मूवमेंट पास का कोई प्रावधान नहीं किया गया है।'' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि आपातकालीन स्थिति में घर से निकलने वाले लोगों को नहीं रोका जाएगा और इसके लिए उन्होंने सभी यूनिट्स को निर्देश दिया है।'' संजय पाडे ने यह भी बताया कि अब तक 36,728 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। इस समय 3,160 पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है।
इस बीच मुंबई पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर शहर में एक स्थान पर 5 या ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी है। समूचे राज्य में अगले 15 दिन लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगाने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के तहत ये उपाय किए गए हैं। ठाकरे ने मंगलवार को इन पाबंदियों की घोषणा करते हुए कहा था कि इस अवधि में समूचे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू होगी।
मुंबई पुलिस द्वारा जारी आदेश के तहत सभी प्रतिष्ठान, सार्वजनिक स्थान, गतिविधियां, सेवाएं बंद रहेंगी और बिना वजह के कोई सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जाएगा। आदेश में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान जरूरी श्रेणी में वर्णित सेवाओं और गतिविधियों को छूट होगी। जरूरी सेवा से जुड़े लोगों को कामकाजी दिनों में भी सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक छूट रहेगी।
लोगों से सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने, मास्क लगाने और संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। आदेश में कहा गया कि आपात स्थिति या विशेष मामले में संभागीय एसीपी, जोनल डीसीपी और क्षेत्रीय अतिरिक्त पुलिस आयुक्तों को छूट देने या अनुमति देने का अधिकार दिया गया है। आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के साथ महामारी कानून और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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शर्मनाक घटना : दिल्ली में एक नेता ने पुलिसकर्मी को बेरहमी से पीटा
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के उत्तम नगर में एक पुलिसकर्मी को बेरहमी से पीटे जाने का मामला सामने आया है। पुलिसकर्मी को पीटने का आरोपी युवक कथित तौर पर एक राजनीतिक पार्टी का नेता बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, पुलिसकर्मी की पिटाई का यह वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है। वीडियो में पीड़ित पुलिस आरोपियों से छोड़े जाने की गुहार लगाता दिख रहा है, लेकिन आरोपी उसके साथ गाली-गलौज करते हुए उसे पीटते रहे।
राजधानी दिल्ली के उत्तम नगर में एक पुलिसकर्मी को बेरहमी से पीटे जाने का मामला सामने आया है। पुलिसकर्मी को पीटने का आरोपी युवक कथित तौर पर एक राजनीतिक पार्टी का नेता बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, पुलिसकर्मी की पिटाई का यह वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है। वीडियो में पीड़ित पुलिस आरोपियों से छोड़े जाने की गुहार लगाता दिख रहा है, लेकिन आरोपी उसके साथ गाली-गलौज करते हुए उसे पीटते रहे।
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कार-मोटरसाइकिल मालिक हो जाएं सावधान, HSRP न होने पर 15 अप्रैल के बाद कटेगा 5000 रुपये का चालान
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के नोएडा में रहने वाले वाहन मालिक सावधान हो जाएं। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) लगवाने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल कल खत्म होने वाली है। राज्य सरकार ने अनिवार्य एचएसआरपी को लेकर अपनी कमर कस ली है। गौतमबुद्ध नगर जिले में वाहन मालिक एचएसआरपी को लेकर ज्यादा सजगता नहीं दिखा रहे हैं। इसलिए जिला प्रशासन ने 15 अप्रैल के बाद बिना एचएसआरपी वाले वाहनों के लिए 5000 रुपये चालान की घोषणा की है।
फरवरी के पहले हफ्ते तक, गौतमबुद्ध नगर में कुल वाहनों में से केवल 21 प्रतिशत वाहनों में ही हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लग पाई थी। गौतमबुद्ध नगर में 7.5 लाख वाहन रजिस्टर्ड हैं, जिसमें से केवल 1.60 लाख वाहनों ने ही हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगवाई है।
गौतमबुद्ध नगर के ट्रांसपोर्ट अधिकारी ने बताया कि सरकार ने हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगवाने के लिए जिले में 15 अप्रैल, 2021 अंतिम तिथि घोषित की है। इसके बाद जिन वाहनों में हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट नहीं होगी, उन वाहन मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एचएसआरपी लेने के लिए वाहन मालिकों को ऑनलाइन बुकिंग करवानी होगी। नए वाहन डीलर-फिटेड हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट के साथ आ रहे हैं।
गौतमबुद्ध नगर जिले के आरटीओ एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिसर एके पांडे ने कहा कि सरकार ने आदेश दिया है कि प्रत्येक वाहन मालिक को 15 अप्रैल या इससे पहले अपने वाहनों में हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य है। 15 अप्रैल के बाद जिन वाहनों में हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट नहीं होगी, उन्हें 5000 रुपये का चालान भरना पड़ेगा।
क्या है एचएसआरपी?
एचएसआरपी एक होलोग्राम स्टीकर है, जिसमें वाहन के इंजन और चैसिस नंबर दर्ज होते हैं और इसे वाहन की नंबर प्लेट पर चिपकाया जाता है। हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट को वाहन की सुरक्षा और सुविधा के लिए डिजाइन किया गया है। यह नंबर प्लेट एल्युमिनियम से बनी है और इसे विशेष प्रकार से वाहन में फिट किया जाता है। एक बार नंबर प्लेट लग जाने के बाद इसे किसी के द्वारा आसानी से निकालना संभव नहीं होगा।
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दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में टेंपो ने पीसीआर वैन को मारी टक्कर, पुलिस कॉन्स्टेबल घायल
उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में मंगलवार तड़के कथित रूप से एक टेंपो द्वारा इमरजेंसी रेस्पॉन्स व्हीकल (ईआरवी) को टक्कर मारे जाने के बाद एक 30 वर्षीय पुलिस कॉन्स्टेबल घायल हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि सिविल लाइंस थाने में तैनात कॉन्स्टेबल अनिल रात करीब दो बजे हुई घटना के समय असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) देवेन्द्र के साथ ड्राइवर के तौर पर ड्यूटी कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार, टीम ईआरवी में सवार होकर चंदगीराम अखाड़ा और मजनूं का टीला के बीच गश्त कर रही थी। इस दौरान उन्होंने वाहन रोका और पहियों की हवा चेक करने के लिए नीचे हुए। इस बीच, एक टेंपो ने ईआरवी को टक्कर मार दी और भाग गया। घटना में कॉन्स्टेबल अनिल घायल हो गए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एएसआई ने तुरंत कॉन्स्टेबल अनिल को परमानंद अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है। कॉन्स्टेबल की पसलियों और पेट के निचले हिस्से में चोट लगी है। हालांकि, उनकी जान खतरे से बाहर है।
पुलिस ने कहा कि इस संबंध में आईपीसी की धारा 279 और 337 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी की पहचान करने और हादसे का कारण पता लगाने के लिए आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं।
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चोरी के आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट ले आई पुलिस, तीनों निकले कोरोना पॉजिटिव
मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर में कोरोना (Corona Positive) के खतरे को लेकर पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. गिरफ्तार अपराधियों की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो पुलिस के पास फिलहाल इसका कोई मैनेजमेंट नहीं है. इसी वजह से गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मी से लेकर उन्हें जेल भेजने वाले पुलिसकर्मी की जान खतरे में है. मामले का खुलासा तब हुआ जब जिले के करजा थाना की पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया.
बाइक चोरी के आरोप में तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर पुलिस थाने ले आई. वहां से फॉरवर्डिंग बनाने के बाद उसे कोर्ट लाया गया. कोर्ट के आदेश पर जब तीनों अपराधियों की कोरोना टेस्ट करवाई गई तो उनके रिपोर्ट पॉजिटिव आए. पुलिस की जीप में बैठे तीनों अपराधी ही कोरोना पॉजिटिव निकले लेकिन इसके बावजूद भी जीप में अन्य पुलिसकर्मी बड़े आराम से बैठे रहे. इसी जीप से पदाधिकारी भी आए और कोर्ट परिसर में पेशी का इंतजार कर रहे.
यह जानते हुए कि इन अपराधियों से कोरोना संक्रमित होने का खतरा है, फिर भी कोरोना पॉजिटिव अपराधियों के साथ पुलिस लगातार घूमती रही, क्योंकि पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी इन्हें अलग गाड़ी में लाने ले जाने की सुविधा इन पुलिसकर्मियों के पास नहीं थी. इस बारे में जब अपराधियों को लेकर आए पुलिस पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गई है और उनके निर्देश का इंतजार है लेकिन वरीय अधिकारियों से भी इन कोरोनाग्रस्त अपराधियों को अलग-थलग रखने की कोई व्यवस्था पुलिसकर्मियों के को नहीं मिली.
शायद यही वजह है कि अपने कोर्ट और घरों में सुरक्षित रहने वाले जज भी कोरोना पॉजिटिव हो जा रहे हैं. मुज़फ्फरपुर से यह बेहद हैरान करने वाली तस्वीर आई है, ऐसे में पुलिस वाले खुद कोरोनाग्रस्त होंगे और उनके परिजनों के साथ-साथ पुलिस के वरीय अधिकारियों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा क्योंकि गाहे बगाहे सब आपस मे संपर्क में आते रहते हैं. -
UP NEWS: आगरा में लाखों रुपये की शराब बरामद, पंचायत चुनाव में खपाने की थी तैयारी
आगरा. यूपी पंचायत चुनाव (UP Panchayat Election) का बिगुल बज चुका है और पहले चरण के लिए 15 अप्रैल को मतदान होगा. इसी बीच आगरा (Agra) पुलिस ने शुक्रवार को शराब की बड़ी खेप बरामद की हैं. पुलिस ने शराब की एक खेप को पकड़ा है जो हरियाणा से तस्करी करके लायी गयी थी. पुलिस ने गाड़ी से 268 पेटी शराब की बरामद की हैं. फिलहाल पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है.
दरअसल आगरा के थाना मलपुरा की पुलिस को सूचना मिली थी कि एक गाड़ी में शराब की खेप लायी जा रही है. इसी सूचना पर पुलिस ने गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया. पुलिस ने जब पीछा किया तो गाड़ी के ड्राइवर ने स्पीड बड़ा दी. तेज स्पीड होने की वजह से कैन्टर बेकाबू हो गया और पलट गया. पुलिस ने कैन्टर को अपने कब्जे में लिया. पुलिस ने जब कैन्टर खोल कर देखा तो उसमें शराब की पेटियां भरीं हुईं थीं. पुलिस ने गाड़ी में से अलग- अलग ब्रांड की 268 शराब की पेटियां बरामद हुई हैं.
पंचायत चुनाव में खपाने की थी तैयारी
अछेनरा सर्किल के सीओ महेश कुमार ने बताया कि शराब की ये खेप हरियाणा से तस्करी करके लाई गयी थी. पंचायत चुनाव चल रहे हैं, लिहाजा इसको आगरा में खपानी थी. पकड़ी गई शराब की कीमत तकरीब 26 लाख रुपये है. इस मामले में कैंटर के ड्राइवर को हिरासत में लिया गया. उन्होंने बताया कि ड्राइवर से पूछताछ जारी है और इस बात की जानकारी की जा रही है कि शराब की इस खेप को किसने मंगवाया था और शराब की इतनी बड़ी तादाद कहां खपत होनी थी. शराब की तस्करी से कौन-कौन लोग शामिल हैं उसकी बहुत गहराई से जांच की जा रही है.4 चरणों में होंगे पंचायत चुनाव
यूपी निर्वाचन आयोग ने इस बार पंचायत चुनाव चार चरण में कराने का ऐलान किया है. जबकि पहले चरण में जिन 18 जिलों में नामांकन हो रहे हैं उनमें आगरा, गोरखपुर, सहारनपुर, गाजियाबाद, अयोध्या, रामपुर, बरेली, हाथरस, कानपुर नगर, झांसी, महोबा, प्रयागराज, रायबरेली, हरदोई, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, जौनपुर और भदोही शामिल हैं.
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मेरठ में पुलिस ने महिला को मास्क के लिए टोका तो भिड़ गई, उन्हें दे डाली यह नसीहत
मेरठ. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मेरठ पुलिस ऑपरेशन मास्क चला रही है. आज यानि शनिवार को जब पुलिसकर्मी मास्क को लेकर अभियान चला रहे थे. तभी एक ऑटो पर बिना मास्क के बैठे हुए शख्स को कुछ नहीं सूझा तो उसने अपनी शर्ट उतारी और झट से अपनी बनियान को ही मास्क बना लिया. उसकी इस हरकत को देखकर सभी के चेहरे पर मुस्कान आ गई.
मेरठ के कमिश्नरी पार्क चौराहे पर एक ऑटो पर तीन लोग सवार थे. एक महिला भी बैठी थी. तभी ऑटोवाले को पुलिसकर्मियों ने रोक लिया. ऑटो पर मास्क के बिना बैठे एक व्यक्ति ने कपड़ा ढूंढा और उसे मुंह पर लपेट लिया, लेकिन दूसरे शख्स को जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने झट से अपनी शर्ट ही उतार दी और अपनी बनियान को ही मुंह पर लपेट लिया. बनियान को मुंह पर लपेटा और फिर शर्ट पहन ली. इस नजारे को जिसने भी देखा उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई. -
पीएम मोदी ने शहीद थानेदार का किया जिक्र तो परिजनों ने जताया आभार, कहा- जल्द मिले इंसाफ
पूर्णिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल के चुनावी सभा में किशनगंज के टाउन थाना प्रभारी का जिक्र किया। बंगाल में एक छापेमारी के दौरान भीड़ ने अश्विनी कुमार की पीट-पीटकर कर हत्या कर दी थी। पीएम मोदी ने बंगाल की सरकार पर जोरदार हमला बोला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'एक बहादुर पुलिस अफसर बंगाल में अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए आया था लेकिन उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। जिस कारण उनकी मां भी सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाईं और वह भी चल बसीं। पीएम ने पूछा कि आखिर शहीद की मां का क्या कसूर था? क्यों उनके बेटे जांबाज पुलिस अफसर कि बंगाल में इस तरह हत्या कर दी गई?'अश्विनी कुमार के भाई प्रवीण कुमार ने भाषण में जिक्र करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है। ऐसे में उन्हें इंसाफ की उम्मीद जगी है। पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। बंगाल के ग्वालपोखर थाना क्षेत्र के पंतापाड़ा गांव में बाइक चोरी मामले में छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था। मॉब लींचिंग की इस घटना में दो दिन पहले किशनगंज टाउन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी।
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मुरादनगर गंगनहर छोटा हरिद्वार में डूब रहे चार युवक जिसमे दो यवक की जान,अपनी जान पर खेल कर एक पुलिस कर्मी ने जान बचाई
मोदी नगर : दिल्ली मेरठ रोड मुरादनगर इलाके में गंगनहर छोटा हरिद्वार पर में नहाते समय डूबते हुए चार किशोरों को सिपाही ने जान की परवाह नहीं करते हुए छंलाग लगाकर दो किशोरों की जान बचाई । पुलिस गोताखोरो की मदद से डूबे किशोरों को खोज रही है। जानकारी के अनुसार राजन पुत्र विनोद कृष्णानगर नंदग्राम 15 वर्ष व अकाश पुत्र नैन सिंह निवासी गुलधर 14 वर्ष की नहर में तलाश की जा रही है । सिपाही ने शोभित पुत्र शिवनारायण कृष्णा नगर नंद ग्राम अजित कृष्णा नगर नंद ग्राम को डूबने से बचा लिया। इस सराहनीय काम के लिए लोगों ने लोगों ने पुलिस का धन्यवाद किया इस मौके पर देखने वाले लोगों ने बताया कि अगर पुलिसकर्मी मौके पर अपनी जान की परवाह न करते हुए नहर में छलांग नहीं लगाता तो शायद दो बच्चों की भी जान नहीं बच पाती। तैनात सिपाही धरमवीर शुक्ला के लिए प्रशंसा से कम नहीं है क्योंकि गाजियाबाद पुलिस में यह चेहरा नया नहीं है, लोग शुक्ला को मसीहा के नाम से भी जानते हैं क्योंकि कभी भूखे लोगों को खाना खिलाना पड़ता है या कोई शुक्ला बना रहता है उन सभी मामलों में आगे क्योंकि एक बार जब पुलिस के कप्तान ने शुक्ला की प्रशंसा की है, एक बार शुक्ला ने सड़क दुर्घटना में घायल को अकेले उसकी पीठ पर लाद दिया और उसे अस्पताल ले आए, उस समय गाजियाबाद के कप्तान ने शुक्ला को एक पदक दिया। शुक्ला भी एक बार फिर चर्चाओं का विषय बने हुए थे। मुरादनगर गंगा नहर पर, चार युवक नहर में नहाने के लिए आए थे, उनमें से एक बचने के लिए डूबने लगा, उसका साथी नहर में कूद गया, फिर वह युवक भी डूबने लगा। उसका तीसरा साथी भी नहर में कूद गया, लेकिन वह भी डूबने लगा, तीनों को डूबता देख, उन तीनों ने भी उन्हें बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी, लेकिन वे सभी डूबने लगे, और धर्मवीर शुक्ला नाम का सिपाही वही कर रहा था। अगर हम इस मामले को जानते हैं, तो शुक्ला को वर्दी पहनकर नहर में जाना चाहिए और दो लोगों को करना चाहिए। न तो बचाया गया बल्कि दो लोग नहर में ही डूब गए।
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आईपीएस संजय सिंह विशेष आयुक्त पुलिस (पश्चिमी रेंज) ने किया नौकरी के लिए चुने युवाओं को सम्मानित
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस पश्चिम विहार के जॉब फेयर में दिल्ली पुलिस पचिमी जिले के जॉब फेयर में बहुराष्ट्रीय कंपनियों / अन्य नियोक्ताओं द्वारा नौकरी के लिए चुने गए युवाओं को विशेष समारोह में सम्मानित किया कार्यक्रम का आयोजन ऑडिटोरियम, महाराजा सूरजमल इंस्टिट्यूट, जनकपुरी में किया गया इस अवसर पर शालिनी सिंह,संयुक्त आयुक्त पुलिस ( पश्चिमी रेंज) भी मौजूद थी ।
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“युवा ” बेरोजगार युवकों को जोड़ने और उन्हें आगे बढ़ाने, उनकी क्षमता का एहसास करने के अवसर प्रदान करके समाज के मुख्यधारा में लाने के लिए “प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना” की योजना के तहत दिल्ली पुलिस की एक पहल है। पश्चिमी जिले के उपायुक्त पुलिस उर्विजा गोयल भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी ने बताया कि इन युवाओं को उनके कौशल और क्षमताओं के अनुसार भर्ती करने के लिए 24 बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने जॉब फेयर में भाग लिया। दिल्ली के सभी हिस्सों से 440 उम्मीदवारों ने भाग लिया जिसमें से 375 उम्मीदवारों का चयन किया गया और उन्हें नौकरी के प्रस्ताव दिए गए। कुछ उम्मीदवारों ने एक से अधिक नौकरी की पेशकश भी की। उच्चतम पैकेज लगभग रु। 30,000 / - प्रति माह।
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दिल्ली पुलिस के एक जांबाज सिपाही ने दो वरिष्ठ नागरिकों की जान बचाई जो आग बुझाने में फंस गए थे
दक्षिण दिल्ली : दक्षिण दिल्ली के पुलिस स्टेशन में तैनात सिपाही विक्रम ने 90 साल की उम्र के दो वरिष्ठ नागरिकों की कीमती जान बचाई जो ग्रेटर कैलाश इलाके में एक आग से घिरी इमारत की छत पर फंस गए थे। 7 फरवरी की रात ग्रेटर कैलाश -1 के एन ब्लॉक के एक घर में आग लगने की सूचना पीसीआर को मिली मगर विक्रम पहले ही मौके पर पहुंच गया था। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि इमारत की पहली मंजिल पर आग लगी थी और ब्लॉक की ओर जाने वाली सड़क का मुख्य द्वार भी बंद था।
तुरंत विक्रम पास की दुकान से एक हथौड़ा लाया और ताला तोड़ दिया ताकि दमकल की गड़ियाँ आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंच सकें। इस सिपाही ने समझदारी का परिचय देते हुए पीएनजी गैस की सप्लाई बंद कर दी । घटनास्थल के पास जमा भीड़ ने सिपाही विक्रम को बताया घर की छत पर दो वरिष्ठ नागरिक फंसे हैं । यह सिपाही जल्दी से छत पर पहुंचा और समय रहते दोनों वरिष्ठ नागरिकों को निकालने में कामयाब रहा। उसने वरिष्ठ नागरिको को अपने कंधों पर उठा लिया और उन्होंने भीषण आग की लपटों से बचाते हुए नीचे ले आया।
इन दम्पति को बचाने के बाद इस इमारत की दूसरी और तीसरी मंजिल के निवासियों को भी बाहर निकालने में मदद की। सिपाही विक्रम द्वारा दिखाए गए साहस के कारण कई कीमती जीवन बच गए । कांस्टेबल विक्रम को इस कार्य के लिए साहस सम्मान से सम्मनित किया जाएगा । -
आखिर क्यों हुआ लाल किले में पुलिस पर जानलेवा हमला, पढ़िए ये GROUND REPORT
नई दिल्ली: किसान आंदोलन और ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के नाम पर लाल किले (Red Fort) में जो कुछ हुआ उसकी तस्वीरें देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. लाल किले के अंदर उपद्रवी जिस वक्त घुसे थे उस वक्त वहां क्या मंजर था. इसी दौरान लाल किले से आई एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट आपको फ्रेम बाइ फ्रेम समझाने की कोशिश करते हैं. तब आप जान पाएंगे कि किसान मार्च के नाम पर दिल्ली (Delhi) में जो कुछ हुआ वो बहुत बड़ी साजिश हो सकती है. लाल किले के अंदर जो कुछ भी हुआ है वो सिर्फ हिंसा की निंदा करने से या किसान नेताओं के माफी मांग लेने भर से भुलाया या नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
गहरी खाई में गिरे पुलिसवाले
किसान आंदोलन (Farmers Protest) के नाम पर लाल किले में दंगाइयों ने किस तरह का उपद्रव किया उससे पूरा देश शर्मिंदा है. तस्वीरों और वीडियो ने सब कुछ एकदाम साफ बयां कर दिया. हथियारों से लैस पुलिस कर्मी देश के झंडे और किसानों के नाम पर शांत रहे. दंगाइयों की लाठियां पुलिस पर बरसती रहीं. पुलिस कर्मी लाल किले की दीवार से नहर में गिरते रहे. लाल किले की दीवार से लटके पुलिस वाले खाई में गिरते जा रहे थे. कुछ खुद कूदने की कोशिश कर रहे थे. मंजर ऐसा खौफनाक और दंगाइयों के शोर के आगे पुलिसवालों को खुद को संभाल पाना मुश्किल हो रहा था. इस बीच एक वीडियो सामने आया जिसके 40 सेकेंड में बड़ा खौफनाक मंजर देखने को मिला. इस वीडियो में एक एक करके 21 पुलिस वाले करीब 20 से 25 फीट गहरी उस खाई में गिर गए जो लाल किले की चारदीवारी के बाहर बनी है.
पुलिसकर्मियों पर बरसाई गई लाठियां
इतना पढ़ने के बाद क्या आपने सोंचा कि ऐसा क्यों हुआ होगा? आखिर ये पुलिसवाले क्यों गिर रहे थे. तो सस्पेंस खत्म करते हुए आपको बताते हैं कि ऐसा इसलिए हुआ जो वीडियो के दूसरे हिस्से को ध्यान से देखने पर समझ आया. खाई वाला सीन इसलिए भी वायरल हुआ क्योंकि वहां मौजूद दंगाइयों के हाथ में लाठियां थी और वो सुरक्षाकर्मियों पर ताबड़तोड़ लाठी भांज रहे थे. इस बीच एक पुलिसवाले ने रेलिंग पार करके बचने की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद एक सफेद स्वेटर वाले दंगाई ने उस पर इतनी जोर से लाठी मारी कि वो पीछे गिर पड़ा. इस बीच कुछ पुलिस वालों ने रैम्प के रास्ते किले के अंदर भागने की कोशिश कर रहे थे और दंगाई उन पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसा रहे थे.
देश की आजादी के सात दशक बाद ये पहला मौका था जब लाल किले में हुई इन वारदातों ने पूरे देश का सर झुका दिया. लाठी डंडों से पुलिस वालों को घेर कर मारा गाया. दौड़ा दौड़ा कर पीटने के बाद भी जब हैवानों का मन नहीं भरा तो आंदोलन की आड़ लेकर आए तथाकथित किसानों ने पुलिस पर पथराव किया. दंगाइयों ने गेट तोड़ने की कोशिश की. गेट तोड़ने के लिए ये उपद्रवी दो दो ट्रैक्टर लाए थे. इस बीच गेट खुला तो दंगाईयों की भीड़ अंदर की ओर दौड़ पड़ी.
पुलिस ने लिया संयम से काम
लाल किले पर तैनात सुरक्षाबल के जवानों ने इस बीच बड़े संयम से काम लिया. हाथों में हथियार होते हुए भी वो इन दंगाइयों से सिर्फ इसलिए पिटते रहे क्योंकि इनमें से कुछ हाथों ने तिरंगा थाम रखा था. कुछ खुद को किसान कह कर वहां दाखिल हुए थे. अगर सुरक्षाबल के जवानों ने सब्र से काम नहीं लिया होता और दंगाइयों का मुकाबला दंगाई की तरह किया होता तो लाल किले में क्या हो जाता इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकता है.
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किसानों की हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के नाम पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में प्रदर्शनकारी किसानों ने जमकर हुड़दंग मचाया और हिंसा को अंजाम दिया. कृषि कानूनों (Agriculture Laws) का विरोध कर रहे किसानों का एक समूह ट्रैक्टरों के साथ लाल किला पहुंच गया और उस स्तंभ पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया, जहां 15 अगस्त को प्रधानमंत्री भारत का तिरंगा फहराते हैं
ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के दौरान हुई हिंसा और नेशनल फ्लैग का अवमानना किए जाने पर एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में PIL डाली है . याचिका में कोर्ट से रिटायर्ड जजों का 3 सदस्यीय कमेटी बनाने और 26 जनवरी के दौरान घटी घटनाओं पर न्यायिक जांच करने की मांग की गई है. इसके अलावा याचिकाकर्ता ने कोर्ट से FIR दर्ज करने का निर्देश देने की भी मांग की है.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) लाल किले (Red Fort) पर हुई हिंसा की जांच के लिए IB और केंद्रीय एजेंसियों की मदद ले रही है. दिल्ली क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल से जांच कराई जा सकती है. उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए गृह मंत्रालय अब कानून मंत्रालय की मदद भी ले रहा है.
- लाल किले पर उपद्रव की घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) बेहद गंभीर है और पुलिस अधिकारियों को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही घटना में घायल पुलिसकर्मियों को बेहतर इलाज मुहैया करवाने के आदेश दिए गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार शाम से लेकर अब तक दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को जो इनपुट दिया है, उसके मुताबिक अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती का काम हिंसा ग्रस्त इलाकों में पूरा किया गया. हिंसा वाले इलाकों में फिलहाल हालात काबू में हैं. गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार जरूरत पड़ने पर और भी पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की जाएगी.
- दिल्ली पुलिस ने बताया कि मंगलवार को हुई हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. दिल्ली पुलिस दोपहर 2.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी और हिंसा को लेकर जानकारी देगी.
दिल्ली में हिंसा के बाद कुछ खालिस्तान समर्थक ट्विटर अकाउंट (Pro-Khalistan Twitter Account) ससपेंड किए गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार इन अकाउंट्स से भारत विरोधी एजेंडा चलाया जा रहा था. इन अकाउंट्स को कनाडा और यूके से चलाए जा रहे थे.
- दिल्ली पुलिस अब जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकालकर प्रदर्शनकारियों की पहचान करने में जुटी है. लालकिले, नांगलोई, मुकरबा चौक, सेंट्रल दिल्ली में सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकालने के लिए स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच की मदद भी ली जा रही है.
- भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर आरोप लगाया और कहा कि हिंसा केंद्र व यूपी सरकार की नाकामी है. किसानों को प्लान बनाकर चक्रव्यूह में फंसाया गया. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अभी जारी रहेगा और सरकार बातचीत करेगी तो हम बातचीत करेंगे.
- दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने बताया है कि सुरक्षा के लिहाज से लाल किला मेट्रो स्टेशन पर निकास और प्रवेश द्वार बंद हैं, जबकि जामा मस्जिद स्टेशन पर एंट्री बंद है, हालांकि यहां स्टेशन से बाहर निकलने की अनुमति है. इसके अलावा दिल्ली मेट्रो के अन्य सभी स्टेशन खुले हैं और सभी लाइनों पर सामान्य सेवाएं चल रही हैं.
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दिल्ली में किसानों के उपद्रव में 83 पुलिसकर्मी घायल, डीसीपी पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश
नई दिल्ली, दिल्ली की विभिन्न सीमाओं से ट्रैक्टर मार्च निकालने वाले किसानों और पुलिस के जवानों के बीच हुए टकराव में मंगलवार को 83 पुलिसकर्मी घायल हो गए। दिल्ली पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि परेड के दौरान किसानों द्वारा एडिशनल डीसीपी (ईस्ट) के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने की भी कोशिश की गई। दिल्ली पुलिस अब मंगलवार को मचे बवाल को लेकर कानूनी कार्रवाई की भी तैयारी कर रही है।
उपद्रव के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा, ''आज दिल्ली में आंदोलनकारी किसानों द्वारा हमला किए जाने से 83 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।'' वहीं, दिल्ली के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने कहा, ''एडिशनल डीसीपी (ईस्ट) मंजीत को आखिरी वक्त में सुरक्षाकर्मियों ने ट्रैक्टर के सामने से हटा दिया, नहीं तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। हमारे यहां एक प्रोबेशनल एसीपी हैं, उनको भी काफी चोट लगी है। कई और पुलिसवाले हैं, जिनका इलाज चल रहा है। यह प्रदर्शन उग्र तरीके से किया गया था और काफी तोड़फोड़ की गई।''
'किसानों ने निर्धारित रूटों का नहीं किया पालन'
दिल्ली पुलिस ने आगे कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टर परेड के लिए पूर्व निर्धारित शर्तों पर बनी सहमति का पालन नहीं किया और हिंसा तथा तोड़फोड़ की जिसमें अनेक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस ने दावा किया कि बल ने रैली की शर्तों के अनुपालन के लिए सभी प्रयास किए, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने निर्धारित समय से काफी पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। दिल्ली पुलिस का बयान तब आया है जब राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसक दृश्य देखने को मिले। किसानों ने नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर विभिन्न स्थानों से दिल्ली में प्रवेश किया, लेकिन इस ट्रैक्टर परेड में हिंसा की घटनाएं हुईं।'तय समय से पहले ही किसानों ने शुरू कर दी ट्रैक्टर रैली'
दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी ईश सिंघल ने कहा, ''प्रदर्शनकारियों ने रैली के लिए निर्धारित शर्तों का उल्लंघन किया। किसानों ने निर्धारित समय से काफी पहले ही ट्रैक्टर रैली शुरू कर दी। उन्होंने हिंसा और तोड़फोड़ की। सिंघल ने कहा, ''हमने वायदे के अनुरूप सभी शर्तों का पालन किया और अपने सभी प्रयास किए, लेकिन प्रदर्शन में सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है।''किसानों ने ट्रैक्टर रैली में तोड़े कई बैरिकेड्स
लाठी-डंडा, तिरंगा और अपनी यूनियनों के झंडे लिए हजारों किसानों ने ट्रैक्टरों से बैरिकेड्स को तोड़ दिया। वे पुलिस से भिड़ गए और विभिन्न स्थानों से दिल्ली के भीतर घुस गए। आईटीओ पर लाठी-डंडा लिए सैकड़ों किसान पुलिस का पीछा करते देखे गए और उन्होंने वहां खड़ी बसों को अपने ट्रैक्टरों से टक्कर मारी। एक प्रदर्शनकारी की तब मौत हो गई जब उसका ट्रैक्टर पलट गया। आईटीओ युद्धक्षेत्र में तब्दील नजर आया जहां प्रदर्शनकारियों ने एक कार को भी तोड़ दिया। वहां सड़कों पर ईंट-पत्थर बिखरे नजर आए। -
हाईकोर्ट ने राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परिणाम पर रोक लगाई
जयपुर: राजस्थान पुलिस कांस्टेबल रिजल्ट 2021 की तारीख: राजस्थान कांस्टेबल की आकांक्षाओं के लिए इतनी सुखद खबर नहीं है, राज्य हाई कोर्ट ने राजस्थान पुलिस कांस्टेबल रिजल्ट 2021 पर स्थगन आदेश जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, उच्च न्यायालय ने राजस्थान के उप महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक (भर्ती) को राजस्थान कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2019 में कथित अनियमितताओं के लिए एक नोटिस भी भेजा है। अगली सुनवाई 20 जनवरी को होने वाली है।
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जस्टिस एसपी शर्मा का फैसला एक जहीर अहमद द्वारा दायर याचिका पर आया। अहमद ने अपनी याचिका में कहा, “कांस्टेबल के पद के लिए चयन सभी जिलों के लिए एक ही विज्ञापन के आधार पर किया जाता है। अधिसूचना में विभिन्न जिलों में रिक्तियों का भी उल्लेख है और सभी उम्मीदवारों के लिए एक ही परीक्षा आयोजित की जाती है। हालांकि, विसंगतियां सामने आई हैं। विभिन्न जिलों के लिए अलग-अलग कट-ऑफ जारी की गई है।
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याचिकाकर्ता ज़हीर अहमद ने राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल मेरिट लिस्ट 2021 में विसंगति का उदाहरण देते हुए कहा है कि राजस्थान कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए कटऑफ समान श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए दौसा में 69.75% था, यह सीकर के लिए 74.5% और प्रतापगढ़ के लिए 49.75 था। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया, “इस प्रकार, एक ही परीक्षा में बैठने वाले विभिन्न उम्मीदवारों को केवल इसलिए नियुक्ति मिली क्योंकि उन्होंने विभिन्न जिलों से आवेदन किया था।”
राजस्थान उच्च न्यायालय ने 11 जनवरी से राजस्थान कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2019 में कथित अनियमितता की शारीरिक सुनवाई शुरू कर दी है।
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बड़ा सवाल: आखिर क्यों मांगी एक IPS ने अपने खिलाफ सीबीआई जांच की मांग
नई दिल्ली: Jharkhand Police IPS Anurag Gupta राज्यसभा चुनाव-2016 में हार्स ट्रेडिंग मामले में जगन्नाथपुर थाने में दर्ज प्राथमिकी के आरोपित एडीजी अनुराग गुप्ता अब हाई कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने जगन्नाथपुर थाने में अपने ऊपर दर्ज प्राथमिकी के साथ-साथ सरकार के निलंबन से संबंधित आदेश को भी चुनौती दी है। हाई कोर्ट में आवेदन देकर उन्होंने अपने ही खिलाफ सीबीआइ से जांच कराने का आग्रह किया है और बताया है कि झारखंड पुलिस के अनुसंधान से उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं है। अब एडीजी अनुराग गुप्ता के आवेदन के आधार पर हाई कोर्ट ने सरकार को शपथ पत्र दायर करने का आदेश दिया है। शपथ पत्र के माध्यम से सरकार को केस संबंधित सभी तथ्य व केस की वर्तमान स्थिति से हाई कोर्ट को अवगत कराना है।
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11 माह से निलंबित चल रहे हैं एडीजी अनुराग गुप्ता
एडीजी अनुराग गुप्ता लगभग 11 माह से निलंबित चल रहे हैं। गत वर्ष 14 फरवरी 2020 को हेमंत सरकार ने एडीजी अनुराग गुप्ता को निलंबित कर दिया था। तब वे सीआइडी के एडीजी थे। उनके खिलाफ राज्यसभा चुनाव 2016 में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने के लिए बड़कागांव की तत्कालीन विधायक निर्मला देवी को लालच देने और उनके पति पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को धमकाने का आरोप है।
विशेष शाखा के तत्कालीन एडीजी अनुराग गुप्ता पर वर्ष 2016 के राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में कांग्रेस की विधायक निर्मला देवी को पैसे का लालच देने का आरोप लगा था। भारत निर्वाचन आयोग ने झारखंड विकास मोर्चा की शिकायत पर इसकी जांच कराई थी। आयोग ने प्रथम ²ष्ट्या आरोप को सही पाते हुए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था।
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इसके बाद एडीजी अनुराग गुप्ता व तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के सलाहकार अजय कुमार के विरुद्ध जगन्नाथपुर थाने में 29 मार्च 2018 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी। जनवरी 2018 में राज्य सरकार ने आयोग से इस मामले में पुनर्विचार करने को कहा था। आयोग ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और पूर्व के निर्देश के अनुपालन की हिदायत दी थी। इसके बाद ही सभी संबंधित आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
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तत्कालीन बड़कागांव की विधायक निर्मला देवी ने जगन्नाथपुर थाने में दर्ज प्राथमिकी की जांच के दौरान अपना बयान भी दर्ज कराया। उन्होंने अपने बयान में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास, तत्कालीन एडीजी विशेष शाखा अनुराग गुप्ता, तत्कालीन मुख्यमंत्री के सलाहकार अजय कुमार पर राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने के एवज में पांच करोड़ रुपये की पेशकश करने का आरोप लगाया था। यह भी आरोप लगाया था कि आरोपितों ने उनपर भाजपा में शामिल होने का भी दबाव बनाया था।
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दिल्ली पुलिस के कर्मियों का बढ़ा इंश्योरेंस कवर, 40 से ज्यादा उम्र वालों की अनिवार्य मेडिकल जांच
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के कर्मियों को नए साल का तोहफा मिला है. मंगलवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन श्रीवास्तव (Police Commissioner SN Srivastava) ने पुलिसकर्मियों के लिए इंश्योरेंस कवर (Insurance Cover) बढ़ाए जाने की घोषणा की. इसके तहत अचानक या प्राकृतिक मौत होने पर बीमा की रकम पांच लाख से बढ़ाकर 28 लाख रुपए कर दी गई है. वहीं, दुर्घटना में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के लिए इंश्योरेंस कवर को 30 लाख से बढ़ाकर 78 लाख रुपए किया गया है. पूर्व की तुलना में यह लगभग ढाई गुना इजाफा है. श्रीवास्तव ने बताया कि मौत के मामले में इंश्योरेंस कवर को पांच लाख से बढ़ाकर 28 लाख रुपए कर दिया गया है.
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दिल्ली पुलिस के कमिश्नर ने कहा कि आत्महत्या के मामले में भी बीमा कवर को बढ़ाकर 10 लाख रुपए किया गया है. उनके मुताबिक 40 वर्ष से ज्यादा उम्र के सभी पुलिसकर्मियों की जरूरी मेडिकल जांच होगी, ताकि किसी भी बीमारी का वक्त रहते पता चल सके और इलाज शुरू किया जा सके.
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दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर में आयोजित एक कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर एस.एन श्रीवास्तव ने कहा कि साइबर और आर्थिक अपराध नए युग में हो रहे अपराध हैं. साइबर क्राइम आज के समय की सबसे बड़ी समस्या है. इस पर नियंत्रण पाने के लिए दिल्ली पुलिस प्रभावी ढंग से काम कर रही है. साइबर और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स से सहयोग हासिल करने के लिए गांधीनगर के राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के साथ एमओयू करेंगे.
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2019 बैच के 150 IPS अफसरों को मिला कैडर, UP आए 16 अधिकारी, तस्वीरों में देखें पूरी लिस्ट
यूपी कैडर (UP Cadre) पाने वाले अफसरों में 5 ऐसे हैं, जिनका उत्तर प्रदेश गृह राज्य है. वहीं गृह राज्य राजस्थान (Rajasthan) वाले सबसे ज्यादा 6 अफसरों को यूपी कैडर मिला है.
लखनऊ: केंद्रीय गृह विभाग ने 2019 बैच के आईपीएस अफसरों (IPS Officers) का राज्यवार कैडर अलॉटमेंट (Statewise Cadre Allotment) कर दिया है. इनमें अलग-अलग राज्य के 150 नए आईपीएस अफसरों को बैच एलॉट किए गए हैं. इनमें 16 अफसरों का यूपी कैडर (UP Cadre) अलॉट किया गया है.
यूपी कैडर पाने वाले अफसरों में 5 ऐसे हैं, जिन्हें गृह राज्य का ही कैडर एलॉट हुआ है, वहीं गृह राज्य राजस्थान वाले सबसे ज्यादा 6 अफसरों को यूपी कैडर मिला है. इनके अलावा हरियाणा के दो, महाराष्ट्र, दिल्ली और पंजाब से 1-1 अफसर यूपी कैडर में आए हैं.
गृह राज्य वाले अफसरों में शाश्वत त्रिपुरारी, पुनीत द्विवेदी, शिवा सिंह, आयुष विक्रम सिंह और अभिजीत कुमार हैं. वहीं गृह राज्य राजस्थान वाले अफसर अनुकृति शर्मा, मानुष पारिक, चिराग जैन, अमित कुमावत, मनोज कुमार रावत और देवेंद्र प्रकाश मीणा प्रमुख हैं.
इनके अलावा श्रुति श्रीवास्तव दिल्ली की हैं, जबकि आदित्य बंसल पंजाब और निमिष दशरथ पाटिल महाराष्ट्र के रहने वाले हैं.
ये हैं 16 आईपीएस अफसर- शाश्वत त्रिपुरारी – यूपी, श्रुति श्रीवास्तव – दिल्ली, आदित्य बंसल- पंजाब, पुनीत द्विवेदी- यूपी, अनुकृति शर्मा- राजस्थान से हैं,
इनके अलावा मानुष पारिक- राजस्थान, नीतू- हरियाणा, चिराग जैन- राजस्थान, शिवा सिंह- उत्तर प्रदेश, आयुष विक्रम सिंह- उत्तर प्रदेश, निमिष दशरथ पाटिल- महाराष्ट्र, अमित कुमावत- राजस्थान, मनोज कुमार रावत- राजस्थान, अभिजीत कुमार- उत्तर प्रदेश, विक्रम दहिया- हरियाणा, देवेंद्र प्रकाश मीणा- राजस्थान से हैं
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तांडव केस: मुंबई में आरोपियों से पूछताछ कर सकती है UP POLICE, एडीजी बोले- महाराष्ट्र पुलिस से मिल रहा सहयोग
लखनऊ. अमेजॉन प्राइम (Amazon Prime) की नई वेब सीरीज 'तांडव' (Web Series Taandav) के निर्देशक और लेखक से पूछताछ करने के लिए लखनऊ पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंच गई है. उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार (ADG L&O Prashant Kumar) ने बताया कि लखनऊ में दर्ज मुकदमे के मामले में सबूत जुटाने पुलिस मुंबई गई है. टीम मुंबई में आरोपियों से पूछताछ कर सकती है. एडीजी ने आगे कहा कि अभी तक मुंबई पुलिस से सहयोग मिल रहा है. कोई दिक्कत होगी तो सीनियर पुलिस अफसर आपस में बात कर लेंगे.
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बता दें इस टीम में पुलिस के चार अधिकारी शामिल हैं. अमेजॉन प्राइम पर रिलीज वेब सीरीज 'तांडव' के निर्देशक और लेखक पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. आरोप है कि इस वेब सीरीज में हिंदू धर्म का आपत्तिजनक चित्रण किया गया है.
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दिल्ली पुलिस की 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली को अनुमति देने की योजना—लेकिन इन शर्तों पर
नई दिल्ली: किसान संगठनों की 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को एक सीमित संख्या में ट्रैक्टरों और लोगों के साथ ‘पुलिस की निगरानी’ में एक ‘निर्धारित मार्ग’ से निकालने की अनुमति दी जाएगी. यदि किसान इस योजना पर राजी नहीं हुए और सीमाओं पर पुलिस की नाकाबंदी तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस ‘पूरी ताकत के साथ उन्हें पीछे धकेल देगी.’
ये वो शर्तें हैं जिस पर दिल्ली पुलिस ने केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की प्रस्तावित रैली को मंजूरी देने की योजना बनाई है.
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पुलिस के एक सूत्र ने कहा, ‘रैली की अनुमति तभी दी जाएगी जब निर्धारित मार्ग, इसमें शामिल ट्रैक्टरों और लोगों की संख्या पर आपसी सहमति होगी. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीमा में प्रवेश करने वाले ट्रैक्टरों की संख्या सीमित होगी और इसका पूरा ब्योरा वाहन नंबर, आरसी नंबर, ड्राइवर और सह-यात्रियों के नाम आदि पुलिस को पहले से मुहैया कराना होगा.’
सूत्र ने कहा, ‘यह एक रेग्युलेटेड रैली होनी चाहिए और किसानों को इस पर सहमत होना चाहिए. बिना अनुमति वाले ट्रैक्टरों को रैली में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. अगर किसानों ने अलग से इसमें भाग लेने की कोशिश की तो पुलिस पूरी ताकत से उन्हें पीछे धकेल देगी.
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सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा था कि दिल्ली पुलिस आंदोलनकारी किसानों के गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने पर निर्णय ले. अदालत केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली पुलिस के जरिये दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें 26 जनवरी के कार्यक्रम और समारोह को बाधित करने के इच्छुक किसानों की तरफ से किसी प्रदर्शन या प्रस्तावित रैली के खिलाफ निषेधाज्ञा की मांग की गई थी.
यह स्पष्ट करते हुए कि यह कानून-व्यवस्था का मामला है, अदालत ने कहा कि पुलिस ही ‘सबसे पहले यह तय करने के लिए अधिकृत है कि किसे दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दी जानी चाहिए.’
कोर्ट ने कहा, ‘हम आपको यह नहीं बताने जा रहे हैं कि आपको क्या करना चाहिए. हम इस मामले को 20 जनवरी को सुनेंगे.’
रैली ‘सौहार्दपूर्ण तरीके’ से होनी चाहिए
दिल्ली पुलिस भी किसान संगठनों से इस बारे में बातचीत कर रही है कि रैली को ‘सौहार्दपूर्ण तरीके’ से कैसे आयोजित किया जाए.
ऊपर उद्धृत सूत्र ने कहा, ‘रैली सौहार्दपूर्ण ढंग से निकालने के लिए आम सहमति बनानी होगी. यदि वे इसे विनियमित करने पर सहमत होते हैं, तो हमारी पायलट कार तय मार्ग पर ट्रैक्टरों को के साथ चलेगी और रैली आसानी से निकाली जा सकेगी. हम उनके लिए सीमा खोलेंगे.’
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सूत्र ने आगे कहा, ‘कोई फैसला लेने से पहले किसानों को हमें यह आश्वस्त करना होगा कि वह केवल सीमित संख्या में रैली में शामिल होंगे और किसी नई जगह ब्लॉक नहीं बनाएंगे. कोई भी उन्हें रैली निकालने से नहीं रोक रहा है, बस इसे पूरी तरह से विनियमित करना होगा.’ हालांकि, भाकियू (सिद्धूपुर) के अध्यक्ष जगजीत सिंह डालेवाल ने कहा, ‘हिस्सा लेने वालों की संख्या सीमित करना मुश्किल होगा.’
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उन्होंने कहा, ‘हमने पुलिस को बताया है कि हमारे ट्रैक्टर सिंघू बॉर्डर से प्रवेश करेंगे और आउटर रिंग रोड पर जाएंगे. हम चाहते हैं कि यह सौहार्दपूर्ण हो, लेकिन अगर वे कहते हैं कि सिर्फ कुछ ही ट्रैक्टरों को अनुमति दी जाएगी तो इसका उद्देश्य पूरा नहीं होगा. बहुत अधिक समर्थन है और बहुत सारे भागीदार हैं. उन्हें सभी ड्राइवरों, वाहन नंबरों का ब्योरा देना भी मुश्किल काम है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हम पुलिस से बात कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही इस पर सहमति बन जाएगी.’
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अमित शाह ने 2022 तक सभी थानों के प्रदर्शन में सुधार के लिए दिल्ली पुलिस को दिए 5 लक्ष्य
नई दिल्ली | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस से राजधानी दिल्ली के सभी पुलिस थानों के लिए आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर वर्ष 2022 तक सुधार और बेहतर परफॉर्मेंस दिखाने के लिए पांच लक्ष्य निर्धारित करने को कहा है।
दिल्ली पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान दिल्ली पुलिस की भूमिका की जमकर सराहना की और कहा कि पुलिस बल राष्ट्रीय राजधानी में लोगों को उत्कृष्ट सेवा प्रदान कर रहा है। उन्होंने पिछले वर्ष उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए कार्यों और शहर में शांति बनाए रखने में निभाई गई भूमिका की भी सराहना की।
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शाह ने दिल्ली पुलिस से 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर अपने लक्ष्य निर्धारित करने का आह्वान करते हुए कहा कि 2022 के लिए हर पुलिस थाने और कॉन्स्टेबल से लेकर पुलिस कमिश्नर तक सभी पुलिस कर्मियों को अपना लक्ष्य तय करना चाहिए। प्रत्येक संस्था और पुलिसकर्मी को अपने लिए पांच-पांच लक्ष्य तथा संकल्प तय करने होंगे और वे स्वयं इसकी निगरानी करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस संकल्प की पूर्ति अब तक का सबसे बड़ा सुधार होगा और इससे दिल्ली पुलिस के प्रति लोगों का नजरिया बदलेगा और राजधानी की समस्याओं को हल करने से कोई नहीं रोक सकेगा।
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सभी परीक्षाओं में सफल रही दिल्ली पुलिस
अमित शाह ने कहा कि चाहे उत्तर-पूर्वी दिल्ली की हिंसा हो, या लॉकडाउन, अनलॉक या प्रवासी मजदूरों का घरों को लौटना हो या फिर किसान आंदोलन, दिल्ली पुलिस अपनी सभी परीक्षाओं में सर्वोतम अंकों के साथ सफल रही है।
कोरोना काल में दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि उसने लॉकडाउन में ड्रोन से निगरानी, वृद्धों को दवा, भूखे मजदूरों को खाना खिलाने और गर्भवती माताओं को अस्पताल पहुंचाने जैसे कार्यों सहित अनुकरणीय भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि इस दौरान 7667 पुलिसकर्मी संक्रमित भी हुए और 30 कोरोना वॉरियर्स शहीद हुए, लेकिन दिल्ली पुलिस ने अपने कर्तव्य में कभी कोई कोताही नहीं बरती। दिल्ली पुलिस के इतिहास में यह घटनाक्रम हमेशा सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस पर अनेक जिम्मेदारियां हैं मसलन राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री का आवास, अनेक देशों के दूतावास, कई महत्वपूर्ण संगठनों के मुख्यालय, विज्ञान केंद्र समेत अनेक महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान उसके अधीन आते हैं।
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15,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे
शाह ने गुमशुदा बच्चों को उनके अभिभावकों से पुन: मिलाने की दिल्ली पुलिस की पहल की भी सराहना की और कहा कि ऐसे कदम मानवता की सेवा हैं। गृह मंत्री ने घोषणा की कि दिल्ली में अपराध तथा अपराधियों पर करीब से नजर रखने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 15,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पुलिस के इन सीसीटीवी नेटवर्कों को रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से भी जोड़ा जाएगा। शाह ने कोरोना महामारी में जनसेवा करने वाले दिल्ली पुलिस के कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया तथा उत्कृष्ट कार्यों के लिए क्रम से पहले पदोन्नति प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों को रैंक भी प्रदान किए।
महामारी के दौर में जनता की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के जवानों को उन्होंने श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
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सावधान: ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना पड़ेगा महंगा, जल्द हो सकती है यातायात उल्लंघन प्रीमियम की शुरुआत
नई दिल्ली | बीमा नियामक IRDAI के एक कार्य समूह ने मोटर बीमा प्रीमियम में स्वयं को क्षति की भरपाई, तीसरे पक्ष के नुकसान की भरपाई तथा अन्य तरह के बीमा प्रीमियम के साथ-साथ 'यातायात उल्लंघन प्रीमियम' की शुरुआत करने की सिफारिश की है। यह प्रीमियम स्वयं और तीसरे पक्ष के नुकसान के बीमा के साथ होगा।
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समूह ने दिया पांचवीं धारा जोड़ने का सुझाव
नियामक द्वारा गठित समूह ने मोटर बीमा में इसके लिए एक पांचवीं धारा जोड़ने का सुझाव भी दिया है। इसके तहत 'यातायात उल्लंघन प्रीमियम' को जोड़ने का सुझाव दिया गया है। यह प्रीमियम मोटर के खुद के नुकसान, मूल तीसरे पक्ष के बीमा, अतिरिक्त तीसरे पक्ष का बीमा और अनिवार्य व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा प्रीमियम के अलावा रखे जाने का सुझाव दिया गया है।इसे भी पढ़ें : अकेलापन मंज़ूर पर दूसरी शादी से इतना डरता क्यों है समाज?
वाहन के भविष्य से संबंधित होगा प्रीमियम
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने मसौदे जारी कर सिफारिशें की। सिफारिशों में संबंधित पक्षों से एक फरवरी 2021 तक जरूरी सुझाव मांगे गए हैं। प्रस्ताव के अनुसार यह प्रीमियम वाहन के भविष्य से संबंधित होगा। किसी नए वाहन के संबंध में यह शून्य होगा। इस प्रीमियम का निर्धारण शराब पीकर गाड़ी चलाने से लेकर गलत जगह पार्किंग करने जैसे अगल-अलग गंभरता वाले उल्लंघनों से तय होगा। यातायात नियमों के उल्लंघन पर हुए चालान का आकड़ा बीमा साधारण बीमा कंपनियों को एनआईसी ( नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर ) से प्राप्त होगा।इसे भी पढ़ें : पुलिसकर्मियों को 2021 का तोहफा, शिवराज सरकार विधानसभा में लाएगी ये प्रस्ताव
जरूरी है वाहनों का इश्योरेंस
आजकल वाहनों का इश्योरेंस बेहद महंगा हो गया है। 10 लाख तक की गाड़ी का इश्योरेंस 30 हजार से 45 हजार रुपये के आसपास पड़ता है। वहीं 4- मीटर से छोटी कार के लिए कम इंश्योरेंस चुकाना पड़ता है, जबकि 4- मीटर से लंबी गाड़ी के लिए इंश्योरेंस 45 हजार रुपये तक पहुंच जाता है। लेकिन इंश्योरेंस को अनदेखा भी नहीं कर सकते हैं। यह बेहद जरूरी है। -
पंजाब : 2, लोगों को गोली मारकर पैलेस में घुसे लुटेरे, पुलिस ने फायरिंग के बाद चार को पकड़ा, एक की मौत
पंजाब: पंजाब के तरनतारन में सोमवार सुबह लुटेरों ने गांव ढोटिया निवासी मैकेनिक दिलबाग सिंह को गोलियां मारी और बाद में नौरंगाबाद के पास केमिस्ट सुखराज सिंह को गोली मारकर नकदी छीन ली। दोनों घायलों को निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। इसके बाद पुलिस ने लुटेरों की पट्टी के माही रिजॉर्ट में घेर लिया।
जानकारी के अनुसार पट्टी के माही रिजॉर्ट में किसी का शादी समागम चल रहा था। लुटेरों ने इस शादी समागम को हाईजैक करने का प्रयास भी किया लेकिन पुलिस ने शादी समागम में शामिल सभी लोगों को सुरक्षित पहले से बाहर निकाल लिया है।
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तरनतारन के एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने बताया कि पट्टी के माही रिजॉर्ट में छिपे हुए लुटेरों में से पुलिस ने चार लुटेरों को पकड़ लिया है, जबकि एक लुटेरे की ड्रग ओवरडोज से मौत हो गई। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि पांच युवकों का एक ग्रुप बनाकर जिले में लूटपाट की वारदात को अंजाम दे रहे थे। जब वह सरहाली की तरफ आए तो पुलिस ने उनका पीछा किया। लुटेरे पट्टी के माही रिजॉर्ट छिप गए और उन्होंने पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी।
इस फायरिंग में पुलिस का एक जवान भी जख्मी हो गया। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। इसमें चार लुटेरे जख्मी हो गए। बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान एक लुटेरे की मौत हो गई। एसएसपी ने कहा कि पांचवे लुटेरे की मौत किस कारण से हुई है, इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लुटेरों से लगभग एक लाख रुपये की नकदी, कुछ हथियार और नशीले पदार्थ बरामद हुए हैं।
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इससे पहले तरनतारन के गांव जामा राय में भी पेट्रोल पंप रोकने का प्रयास किया। लुटेरों ने गांव कैरों के पास किसी घर में लूट की वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस ने उनका पीछा करना शुरू दिया।
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दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, रिलायंस शोरूम में करोड़ों की डकैती का पर्दाफाश, पुलिस ने 7 अपराधियों को दबोचा
नई दिल्ली: दिल्ली के पीतमपुरा में रिलायंस के शोरूम में करोड़ों रुपये की डकैती के केस को पुलिस ने 48 घंटे में सुलझा लिया. पुलिस ने 7 आरोपी गिरफ्तार किए हैं. 2019 में भी इसी शोरूम को आरोपियों ने निशाना बनाया था और गिरफ्तार हुए थे. दिल्ली पुलिस ने वारदात में शामिल 5 आरोपियों और 2 रिसीवर को गिरफ्तार कर डकैती के करोड़ों के सोने चांदी की ज्वेलरी और वारदात में इस्तेमाल हौंडा सिटी कार बरामद कर ली है.
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घटना के दिन 14 जनवरी को दिल्ली के मौर्या एंक्लेव के रिलायंस शो रूम के गार्ड ने पुलिस को सूचना दी कि सुबह तकरीबन 4 बजे होंडा सिटी कार में सवार 6 से 7 लड़के आए बंदूक की नोक पर उसे बंधक बनाया और शो रूम से 6 किलो से ज्यादा की ज्वेलरी लूट कर फरार हो गए. करोड़ों रुपये की डकैती की इस वारदात से दिल्ली पुलिस में हड़कंप मच गया. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने तुरंत केस सुलझाने के आदेश दिया. पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और मुखबिरों के आधार पर दिल्ली के रहने वाले आरोपी शंकर और सूरज को दबोचा.सूरज पर चोरी के 96 मामले दर्ज हैं.
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गिरफ्तार अन्य लोगो में सलीम झारखंड, पिंटू शेख भी दिल्ली का रहने वाले हैं. इसके अलावा मिंटू शेख, राहुल, सानू रहमान को गिरफ्तार कर इन सभी के पास से डकैती का माल बरामद किया है.सभी पर पहले से कई केस दर्ज हैं. पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि अपने परिवार और अपना भविष्य अच्छा और सुरक्षित करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था.लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि गिरफ्तार सूरज और पिंटू शेख साल 2019 में इसी शोरूम में डकैती की वारदात को अंजाम दे चुके थे और बाद में गिरफ्तार भी चुके हैं. पूछताछ में इनसे अब तक पुराने केस का खुलासा हो चुका है
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सेना दिवस के उपलक्ष में पुलिस मित्रा फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा एक अनोखी पहल
नई दिल्ली। जैसे हर बार खाकी को सम्मान पूर्वक सम्मान करते हुए कोई ना कोई नेक कार्य करती रहती है और हर वर्ष की भांति सर्द हवाओं में रोज रात को सर्द हवाओं में एक कप गर्म चाय का प्याला के नाम से मुहिम चलाता है उसी प्रकार इस बार भी इस सीजन में भी सर्द हवाओं में यह मुहिम चला रखी है रोज दिल्ली मैं रात को अलग अलग जगह जाकर पुलीस को एक कप चाय का प्याला दे कर कुछ सर्द हवाओं से राहत देने की कोशिश कर रहे हैं । सेना दिवस के उपलक्ष में पुलिस मित्रा फाउंडेशन रजिस्टर्ड ट्रस्ट द्वारा एक अनोखी पहल पुलिस मित्रा फाउंडेशन ट्रस्ट के प्रेसिडेंट सुनिल कुमार अपनी टीम के साथ सर्द हवाओं में सेना ओर पुलिस जवानों के लिए रात की सर्द हवाओं में एक कप गर्म चाय का प्याला और बिस्कुट ले कर सर्दी से राहत मिल सके इस उद्देश्य से सभी जवानों को चाय पिला कर सर्दी से राहत देने के लिए शुरुआत की मेरा अभिमान जवानों का सम्मान ।
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सावधान: राजधानी दिल्ली में अब इन 5 नियमों के उल्लंघन किया तो देना होगा बड़ा जुरमाना
पुलिस पत्रिका / दिल्ली में मास्क नहीं लगाने पर 2000 रु. का चालान लगाने वाली दिल्ली सरकार ने अब कोरोना से जुड़े कुछ और नियमों को लेकर भी 2000 रु. के चालान का आदेश दे दिया है. आपको बता दें कि राजधानी में पहले मास्क ना पहनने पर 500 रु. का चालान कटता था लेकिन 19 नवंबर को दिल्ली सरकार ने ये जुर्माने की राशि बढ़ाकर 2000 कर दी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया था कि उपराज्यपाल से मिलकर यह फैसला ले लिया गया है
लेकिन अब मास्क नहीं लगाने के साथ-साथ कुछ नियमों के उल्लंघन करने पर 2000 रु. का चालान होगा. यानि अब आपको दिल्ली काफी सतर्कता के साथ बाहर निकलना होगा. यदि आपसे जरा चूक हुई तो आपकी जेब से 2000 सरकारी खाते में जाना तय है. यानि आपको कुछ नियमों को लेकर खास ध्यान रखने की जरूरत हैं.
ये नियम इस प्रकार हैं.
1. मास्क ना लगाना
2. क्वॉरेंटाइन नियमों का उल्लंघन करना
3. देह से दूरी का पालन ना करना
4. सार्वजनिक स्थानों पर थूकना
5. सार्वजनिक स्थानों पर पान गुटखा और तंबाकू का सेवन करनाउधर कोरोनावायरस को देखते हुए दिल्ली की शादियों में मेहमानों की संख्या को घटाकर अधिकतम 50 करने के केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) के फैसले पर दिल्ली होईकोर्ट (Delhi High Court) ने गुरुवार को सरकार को फटकार लगाई और पूछा कि आखिर वो इतने दिनों बाद यह फैसला क्यों कर रहे थे?
दरअसल, दिल्ली सरकार ने 1 नवंबर को जारी की गई अपनी गाइडलाइंस में कहा था कि दिल्ली में अब शादियों में 200 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो सकते हैं, लेकिन बीते दो हफ्तों में दिल्ली में कोविड संक्रमण के मामलों और बढ़ती मौतों की संख्या के बाद मंगलवार को सरकार ने शादियों में आने वाले लोगों की संख्या 50 कर दी.
इसपर दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को सवाल उठाते हुए पूछा कि 'शादियों में आने वाले लोगों की संख्या घटाने में इतनी देरी क्यों? आपने 18 दिनों का इंतजार क्यों किया? इस दौरान कितने लोगों की कोविड-19 से मौत हो गई?' कोर्ट ने पूछा, 'आपकी अब नींद खुली? जब हमने आपसे सवाल पूछा तो आप असहाय हो गए.'
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दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी, DCP पर गोली चलाने वाले बदमाश को धर-दबोचा, एनकाउंटर में घायल
पुलिस पत्रिका / दिल्ली में बुधवार देर रात पुलिस स्पेशल सेल के साथ हुए एनकाउंटर के बाद नदीम नाम के बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया. उसे गोली भी लगी है. यह मुठभेड़ दिल्ली के गाजीपुर इलाके में हुई.दरअसल नदीम और उसके साथियों ने जुलाई 2020 में तिलक नगर में एक ज्वेलर को गोली मारकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था. लूट के बाद नदीम अपने साथियों के साथ जैसे ही फरार हुआ 100 नंबर पर पीसीआर कॉल हुई थी.
उसी दौरान डीसीपी सेंट्रल संजय भाटिया को जानकारी मिली थी कि लुटेरे पुलिस से बचने के लिए रनजीत नगर के एक फ्लैट में घुस गए हैं. डीसीपी अपनी टीम के साथ पहुंच गए. बदमाशों को घेर लिया था. मौके से कुछ बदमाश पकड़े गए थे लेकिन नदीम ने सीधा डीसीपी पर ही गोली चला दी थी. गनीमत ये थी कि गोली डीसीपी के बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी थी और वो बच गए थे.
लेकिन उसके बाद से ही दिल्ली पुलिस को चैलेंज करने वाले इस बदमाश की तलाश जारी थी. स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर शिव कुमार को नदीम के गाजीपुर इलाके में आने की सूचना देर रात मिली थी. पुलिस टीम ने नदीम को जब घेरा तो आदतन उसने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी फायरिंग में नदीम के पैरों में गोली लगी. पुलिस ने घायल नदीम को गिरफ्तार कर लिया. नदीम पर लूट और हत्या के कई मामले दर्ज हैं.!
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दिल्ली पुलिस की हवलदार सीमा ढाका ने सेवा के प्रति अनूठी मिसाल की पेश
पुलिस पत्रिका / दिल्ली पुलिस की हवलदार सीमा ढाका ने सेवा के प्रति समर्पण की अनूठी मिसाल पेश की है। समयपुर बादली थाने में तैनात महिला सिपाही सीमा ढाका ने ढाई माह यानी 75 दिन में 76 लापता बच्चों को ढूंढकर उनके परिवारों से मिलवाया है। उनकी अनूठी सेवा को देख पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने सीमा को बारी से पहले तरक्की (आउट ऑफ टर्न प्रमोशन) दी है। अब वह एएसआई बन गई हैं।
सीमा ढाका दिल्ली पुलिस की पहली ऐसी पुलिसकर्मी बन गई हैं, जिन्हें लापता बच्चों को ढूंढने पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है। बारी से पहले तरक्की पाकर हवलदार से एएसआई बनी सीमा ढाका पुलिस महकमे में काफी प्रशंसा हो रही है।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डॉ. ईश सिंघल ने बताया कि सीमा ढाका ने जिन 76 लापता बच्चों को ढूंढा है, उनमें से 56 बच्चे 14 वर्ष से कम उम्र के हैं। हवलदार सीमा ने न केवल दिल्ली में लापता बच्चों को ढूंढा है, बल्कि पंजाब व पश्चिमी बंगाल से भी लापता बच्चों को ढूंढा है।दिल्ली पुलिस आयुक्त समेत अन्य पुलिसकर्मियों को मानना है कि इस तरह बारी से पहले तरक्की मिलने पर अन्य पुलिसकर्मियों को उत्साह बढ़ेगा और लापता बच्चे अधिक संख्या में ढूंढे जा सकेंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली पुलिस आयुक्त ने पांच अगस्त को गायब बच्चों को ढूंढने वाले पुलिसकर्मियों को बारी से पहले तरक्की और असाधारण कार्य पुरस्कार देने की घोषणा की थी।इसके तहत जो सिपाही व हवलदार एक वर्ष में 14 वर्ष से कम उम्र के 50 या उससे अधिक लापता बच्चों को ढूंढेगा उसे बारी से पहले तरक्की दी जाएगी। जो सिपाही व हवलदार कम से कम 15 बच्चों को ढूंढेगा उसे असाधारण कार्य पुरस्कार दिया जाएगा।
दिल्ली पुलिस ने अगस्त तक 1440 लापता बच्चों को ढूंढा है। दिल्ली पुलिस का मानना है कि इस तरह ज्यादा से ज्यादा लापता बच्चे ढूंढे जा सकेंगे। ऐसे में लापता बच्चों को अपराध के रास्ते पर जाने से रोका जा सकेगा। हवलदार सीमा ढाका ने जिन लापता बच्चों को ढूंढा है वह विभिन्न थाना क्षेत्रों से गायब थे।
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गाजियाबाद के SSP कलानिधि नैथानी ने शुरू किया ऑपरेशन निहत्था
पुलिस पत्रिका / सार्वजनिक स्थान पर हथियार का प्रदर्शन कर दहशत फैलाने वाले ऐसे ही लोगों के खिलाफ गाजियाबाद के कप्तान आइपीएस कलानिधि नैथानी ऑपरेशन निहत्था चला रहे हैं। अगस्त-2020 से चल रहे इस अभियान में गाजियाबाद पुलिस ने अब तक 100 से अधिक व्यक्तियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर हवालात की सैर कराई। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि बिना लाइसेंस के शस्त्र रखना अपने आप में अपराध है। मगर लाइसेंसी असलहे के भी कई नियम कायदे हैं।
जरूरत पड़ने पर ही आप इसका प्रयोग कर सकते हैं। बेवजह फायरिंग, शस्त्र का प्रदर्शन या किसी को डराने के लिए शस्त्र का प्रयोग करते हैं तो यह आर्म्स एक्ट का उल्लंघन है। एसएसपी ने बताया कि ऐसा करने के साक्ष्य मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाती है। कानून में प्रावधान पहले से ही है तो इस अभियान की जरूरत क्यों पड़ी? इस सवाल को लेकर एसएसपी का कहना है कि अक्सर फायरिंग या किसी पर बंदूक तान देने के मामलों में दोनों पक्ष समझौता कर लेते हैं। किसी पार्टी में बेवजह फायरिंग होती है तो कोई शिकायत नहीं की जाती है। कार्रवाई न होने से ऐसा करने वालों का दुस्साहस बढ़ता है।
इसी तरह के एक दो मामले एसएसपी के संज्ञान में आए तो उन्होंने पूरे जिले में आपरेशन निहत्था चलाने की घोषणा कर दी। सभी थाना व चौकी प्रभारियों को आदेश दिया कि शस्त्र के दुरुपयोग, समाज में भय फैलाने की कोशिश और अवैध शस्त्र रखने के मामलों में पुलिस स्वत: संज्ञान लेकर तुरंत रिपोर्ट दर्ज करे। आरोपित व्यक्ति के खिलाफ साक्ष्य इकट्ठा कर जल्द से जल्द गिरफ्तारी करे। एसएसपी का कहना है कि आपरेशन निहत्था सिर्फ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी तक ही सीमित नहीं है। इस अभियान के तहत लाइसेंसी शस्त्र का दुरुपयोग करने वालों का शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराए जा रहे हैं। अगस्त माह से अब तक पुलिस ने करीब 200 व्यक्तियों के शस्त्र लाइसेंस रद करने की संस्तुति की गई है।
मामला:-
विजयनगर में झगड़े के बाद गली में 2-3 राउंड फायरिंग करने वाले की वीडियो वायरल हुई तो पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा।-
न्यू पंचवटी में कार में दोस्त के साथ शराब पी रहे युवक ने गाड़ी की सीट पर अपनी लाइसेंसी पिस्टल रखी हुई थी। पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा और शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की।
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घर में गेंद जाने पर पड़ोसी ने बच्चे को थप्पड़ मार दिया। पिता ने लाइसेंसी बंदूक से पड़ोसी के गेट पर फायर कर दिया। सिहानी गेट थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया।
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प्रापर्टी विवाद में युवक ने अपनी भाभी के घर जाकर लाइसेंसी रिवाल्वर से फायर किया। पुलिस ने गिरफतार कर जेल भेजा।
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हेलमेट न पहनने पर पुलिस ने थमाया 2 मीटर लंबा चालान, जुर्माना देख चौंक गया युवक
पुलिस पत्रिका / बेंगलुरु : कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) में एक सब्जी विक्रेता को बिना हेलमेट (Helmet) स्कूटर चलाना उस वक्त भारी पड़ गया जब पुलिस ने स्कूटर की कीमत से भी ज्यादा का जुर्माना लगाते हुए युवक का चालान (Challan) काट दिया. यह जुर्माना यातायात उल्लंघन को लेकर लगाया गया है.
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युवक को थमाया दो मीटर लंबा चालान : मड़ीवाला के रहने वाले अरुण कुमार ने बताया कि शुक्रवार को उन्हें यातायात पुलिस ने हेलमेट नहीं पहनने के कारण रोक दिया लिया था, लेकिन शख्स का दिमाग तब चलना बंद हो गया, जब उसने दो मीटर लंबे जुर्माने को देखा, जिसका कुल टोटल 42,500 रुपये बैठता था. अरुण बताते हैं कि ये जुर्माना उनके सेकेंड हैंड स्कूटर की कीमत से भी ज्यादा है.
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UP POLICE भर्ती बोर्ड ने कांस्टेबल ड्राइवर भर्ती परीक्षा के संबंध में जारी की सूचना
पुलिस पत्रिका : उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने आरक्षी (कांस्टेबल) ड्राइवर भर्ती परीक्षा के संबंध में महत्वपूर्ण सूचना जारी की है।
यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड के ताजा नोटिस के अनुसार, पूर्व में 16-10-2020 को आयोजित होने वाली चालन (ड्राइविंग) दक्षता परीक्षा के संबंध में विस्तृत सूचना/ विज्ञप्ति प्रकाशित कराई गई थी। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश की ओर से 20-10-2020 को एक और नोटिस जारी किया गया जिसमें बताया गया कि वर्ष-2016, 2017 और 2018 की 7835 रिक्तियों के लिए ही यह भर्ती नोटिफिकेशन जारी किया गया था।
अब 24-10-2020 को अपर पुलिस महानिदेशक, लॉजिस्टिक, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के निर्देशानुसार 7835 रिक्तियों के सापेक्ष 456 पात्र कर्मियों की सूची उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्ययालय, लखनऊ के संज्ञान में उपलब्ध कराई गई है।
इस भर्ती के लिए भर्ती बोर्ड द्वारा पीटीसी, सीतापुर में 02-11-2020 से 11-11-2020 तक चालन दक्षता परीक्षा आयोजित कराई जा रही है। इस परीक्षा के लिए पात्र 456 कर्मियों के प्रवेश पत्र संबंधित विभाग को भेजे गए हैं जो जल्द उन्हें उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
नोटिस के माध्यम से सभी योग्य उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे अपने संबंधित विभागाध्यक्ष से प्रवेश पत्र प्राप्त करने के बाद पहले की विज्ञप्ति में दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए समय से परीक्षण स्थल पहुंचें।
यूपी पुलिस भर्ती से जुड़ी लेटेस्ट सूचना के लिए अभ्यर्थी यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की ऑफिशयल वेबसाइट http://uppbpb.gov.in/ पर भी जा सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए पढ़ें पूरा नोटिस : UPPBPB UP Police Contable Driver Recruitment Exam Notification
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IPL 2020: CSK के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स की राह कठिन, जानिए दोनों टीमों के बारे में सबकुछ
RR v CSK IPL 2020: राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) की कमजोर टीम के लिए अपने पहले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai super Kings) से पार पाना आसान नहीं होगा क्योंकि टीम को शुरुआती चरण में स्टार आलराउंडर बेन स्टोक्स की सेवाएं नहीं मिलेंगी लेकिन ‘कनकशन' चोट से कप्तान स्टीव स्मिथ (Steven Smith) के उबरने के कारण मंगलवार को होने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मैच से पहले टीम का हौसला कुछ बढ़ा होगा. स्टोक्स की गैरमौजूदगी से टूर्नामेंट में रॉयल्स का अभियान कम से कम पहले चरण में प्रभावित होगा लेकिन अंतिम एकादश में स्मिथ की मौजूदगी का मतलब है कि टीम आसानी से घुटने नहीं टेकेगी। स्मिथ को इंग्लैंड दौरे पर नेट सत्र के दौरान सिर में चोट लगी थी जिसके कारण वह एकदिवसीय श्रृंखला में नहीं खेल पाए थे. अब नियमों के तहत उन्होंने ‘कनकशन' (सिर में चोट लगने के कारण बेहोशी जैसी स्थिति) परीक्षण पास कर लिया है और खेलने के लिए तैयार हैं. फ्रेंचाइजी की ओर से जारी बयान में स्मिथ ने कहा, ‘‘कुछ दिनों से दुबई में हूं। मैंने आराम किया और रनिंग की। कल मैंने तेजी से दायीं-बायीं तरफ दौड़ लगाई जो मैदान पर वापसी करने के नियमों का हिस्सा था. उन्होंने कहा, ‘‘और आज मैंने नेट पर बल्लेबाजी की। उम्मीद करता हूं कि चोट से उबर गया हूं और कल खेलने के लिए तैयार हूं.'
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पुलिस पत्रिका : भागीदारी जन सहयोग समिति,राष्ट्रीय ख्यति प्राप्त स्वेच्छासेवी सामाजिक संस्था द्वारा लिंगयास विद्यापीठ एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर लिंग भेदभाव रोकथाम के प्रति जागरूकता में युवा वर्ग का योगदान विषय पर राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन प्रशिक्षण - वेबिनार का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भारत सरकार की सदस्स्या ज्योतिका कालरा ने कहा कि सेक्स तो जैविक है पर लैंगिक कि भावना पूरी तरह से हमारी सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक सोच से आती है उन्होंने स्पष्ट किया कि लैंगिक में पुरुष एवं महिलाओं की भूमिका बाटी गयी जिसमे पुरुष घर के बाहर और महिला घर के अंदर महिलाओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार सुविधा देने एक नैतिकता एवं लैंगिक संवेदनशीलता है l कौस्तुभ शर्मा आई० पी० एस० महानिरीक्षक पुलिस पंजाब ने कहा कि युवाओं के हिंसक और आक्रामक व्यवहार को रोकना अत्यंत महत्वपूर्ण है l उन्होंने कहा कि युवाओं से जुड़े अपराधों के मामलों को पुलिस द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए l जीतेन्दर चढ्ढा निदेशक राष्ट्रीय सेवा योजना युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि युवाओं को 'वसुधैव कुटुम्बकम' के उद्देश्य के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारतीय युवा जेंडर संवेदीकरण में मुख्य भूमिका निभाएगा l दानिश गुप्ता चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट एवं सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण कैथल ने लैंगिक संवेदनशीलता में प्राधिकरण की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज का युवा खुशियों का प्रकाशस्तंभ है और इस लैंगिक पूर्वाग्रह के अंधकार हट कर सम्मान की रोशनी में हमें ले जा सकता है l उद्घाटन सत्र -अध्य्क्ष रेणुका मिश्रा आई० पी० एस० अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हमने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकथान अधिनियम बनाया, किन्तु आज भी बहुत सी महिलायें न्याय से वंचित है l उन्होंने कहा कि आज गाँधी के तीन बंदर की सोच में बदलाव लाना होगाl बुरा होता देख चुप ना बैठ कर एक जागरूक नागरिक की भूमिका निभानी होगी l
तकनीकी सत्र में अपने उद्घाटन भाषण में जिला एवं सत्र न्यायाधीश कँवल जीत अरोड़ा सदस्य सचिव दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण कानूनी साक्षरता को लैंगिक भेदभाव समाप्त करने का सशक्त माध्यम बताया उन्होंने कहा कि हम शिक्षित होकर भी रूढ़िवादी सोच के शिकार है और आज भी लड़के एवं लड़की में भेदभाव रखते है हमे मानसिकता को बदले की जरूरत है जो लड़के एवं लड़की के प्रति व्यवहार के भेदभाव को दूर कर सके lकिशोर के मामलों की जांच में लैंगिक तटस्थता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए डॉ० गरिमा तिवारी सहायक आयुक्त पुलिस दिल्ली पुलिस ने कहा कि ऐसे मामलों में सुरक्षित वातावरण का होना आवश्यक है तथा किशोर की गरिमा का भी ध्यान रखना चाहिए l अतिरिक्त महानिरीक्षक पुलिस हिमाचल प्रदेश डॉ मोनिका भुतुंगुरु आई० पी० एस० ने कहा कि परिवर्तन लाने के दो रास्ते हैं, पहला वह कानून जो परिवर्तन ला रहा है कानूनी रूप से और दूसरा सामाजिक रूप से परिवर्तन लाने से संबंधित है। आज सती प्रथा विलुप्त है क्योंकि इसके खिलाफ कानूनी जनादेश लाया गया और समाज ने भी इसका समर्थन किया लेकिन दहेज मांग के मामलों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता है जहाँ कानून होने के बावजूद मौजूद है यह अभी भी प्रचलित है। इसलिए, यदि हम हर बदलाव भविष्य में देखना चाहते हैं, तो हमे आज से अभियान शुरू करना चाहिए l श्यामला एस० कुंदर सदस्या राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार ने तकनीकी सत्र के अपने अध्यक्षीय भाषण में महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा सर्वोपरि प्राथमिकता देने का आग्रह किया उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता महिलाओं के अधिकार को प्राप्त करने का सिद्धांत और मौलिक अवधारणा है तथा महिलाओं को समान अवसर प्रदान करना हमारे देश को गौरवान्वित करता है l मुख्य अतिथि राजेंदर पाल गौतम महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली सरकार ने लैंगिक संवेदीकरण में युवाओं की सबसे बड़ी भूमिका बताते हुए अपराध के बढ़ते मामले को लिंग के प्रति जागरूक न होने का सबसे बड़ा कारण बताया l उन्होंने वेबिनार दर्शकों द्वारा प्राप्त अच्छे सुझाव पर अमल लाने का आश्वासन देते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली सरकार के साथ गैर सरकारी संगठनों और विभिन्न अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम का निमंत्रण भी दिया l
कार्यक्रम के मॉडरेटर एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव विजय गौड़ ने बताया कि कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र एवं तकनीकी सत्र में स्वागत भाषण डॉ राजेंदर धर सलाहकार लिंगयासविद्यापीठ एवं सुभारती यूनिवर्सिटी के कुलपति ब्रिगेडियर प्रोफेसर ( डॉ० ) वी० पी० सिंह ने किया l कार्यक्रम में दिल्ली एवं हरियाणा की राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरणों की प्रमुख भागीदारी रही राष्ट्रीय सेवा योजना गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली , राष्ट्रीय सेवा योजना जे० सी० बोस यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी हरियाणा , राष्ट्रीय सेवा योजना डी० ए० वी० यूनिवर्सिटी पंजाब राष्ट्रीय सेवा योजना कुरुछेत्र यूनिवर्सिटी हरियाणा एवं फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन बनस्थली विद्यापीठ राजस्थान भी राष्ट्रीय वेबिनार के सह भागीदार थे l कार्यक्रम में प्रोफेशनल कंपनी दृश्यम मीडिया प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड टेक्निकल सहायता दी तथा मीडिया पार्टनर रहे मदरलैंड वौइस् राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्र , वीमेन एक्सप्रेस समाचार पत्र , समाचार वार्ता न्यूज़ मीडिया , जनमत समाचार एवं लीगल जंक्शन l अंत में भागीदारी जन सहयोग समिति के उपाध्यक्ष भारत भूषण ने सभी का आभार व्यक्त किया lनई दिल्ली: थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने मंगलवार को कहा कि सशस्त्र बलों के बारे में युवाओं में करियर विकल्प के रूप में अधिक जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है. महाराष्ट्र एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित लड़कियों के लिए एक सैन्य-उन्मुखी स्कूल, रानी लक्ष्मीबाई मुलिंची सैनिकी शाला के रजत जयंती समारोह में डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि भारतीय रक्षा बल और सेना विशेष रूप से लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण में विश्वास करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी अधिकारियों और सैनिकों को लैंगिक पहचान की परवाह किए बिना राष्ट्र की सेवा करने और अपने करियर की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए समान अवसर मिले. महिला अधिकारी भारतीय सेना में विशिष्ट रूप से सेवा दे रही हैं और हमने उन्हें चुनौतीपूर्ण कार्यों में अधिकतम अनुभव देने के लिए कई कदम उठाए हैं.''
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भारतीय पुलिस
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पूर्वी दिल्ली : सम्मान फाउंडेशन ने सभी त्योहारों की तरह एक बार फिर से सम्मान पाठशाला के बच्चों के साथ देश का 73वां गणतंत्र दिवस मनाया जिसमें शाहदरा डी.सी.पी श्री आर साथिया सुंदरम के साथ गांधीनगर एंव विवेकविहार के एसीपी के साथ-साथ शाहदरा जिले के कई थानों के एसएचओ भी रहे सम्मिलित।
सम्मान फाउंडेशन ने दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट स्थित थाना आनंद विहार परिसर में दिल्ली पुलिस एवं सम्मान फाउंडेशन द्वारा संचालित सम्मान पाठशाला में पढ़ने वाले स्थानीय झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों सँग मनाया देश का 73वां गणतंत्र दिवस।
आर साथिया सुंदरम ने बताया की थाना आनंद विहार परिसर में दिल्ली पुलिस एवं सम्मान फाउंडेशन द्वारा संचालित सम्मान पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चों से पहले से ही मुलाकात हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उन्हें बच्चों सँग सेलिब्रेशन करना व उनकी प्रतिभा देखने में बहुत अच्छा लगता है व वह उनमें अपना बचपन देखते हैं। पहले जब मैं थाना आनंद विहार निरिक्षण के लिए आया था तब पार्क में बच्चों को पढ़ता देख मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और स्वयं इन बच्चों से बात करने के लिए पार्क में पहुंच गया। डी सी पी श्री आर साथिया सुंदरम ने बताया की बच्चों से बात करके उनको बहुत अच्छा लगा।
साथ ही उन्होंने थाना आनंद विहार SHO श्री हरकेश गाबा की तारीफ करते हुए बताया की हरकेश जी बेहद एक्टिव व्यक्ति है जिन्होंने इतने कम समय में इन बच्चों के लिए बेहतरीन खान-पान की व्यवस्था कर बच्चों व हम सब का दिल जीत लिया है। साथ ही सम्मान फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की वही गणतंत्र दिवस महोत्सव का आयोजन करने पर सम्मान फाउंडेशन का धन्यवाद प्रकट किया।
इस मौके पर सम्मान फाउंडेशन की ओर से कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस के कई जवानों को अच्छे कार्यों के लिए डीसीपी द्वारा सम्मानित किया गया।
इस मौके पर सम्मान फाउंडेशन के संस्थापक श्री गौरव तिवारी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री राजेश मल्होत्रा जी, राष्ट्रीयमहा सचिव श्रीमती हेमलता जी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री प्रभात तिवारी जी, राष्ट्रीय सचिव श्री विपिन तिवारी जी, दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अवनीश सक्सेना जी, दिल्ली प्रदेश महासचिव श्री अशोक शर्मा जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री नवीन गुप्ता जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री यश सक्सेना जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री प्रभात कुमार जी, सुश्री माहि तिवारी जी, एवं समाज सेविका श्रीमती अंजू शर्मा जी, सुश्री नैन्सी शर्मा जी, पाठशाला की सहायक सुश्री वंदना व संस्था के मार्गदर्शक शर्मा जी, व राहुल तिवारी जी, अन्य लोग मौजूद रहें।
पूर्वी दिल्ली: आज सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर सफलता पूर्व किये जा रहे कार्यो में सक्रिय भागीदारी एवं उच्च सामाजिक आदर्श भावना के लिए थाना प्रभारी मंडावली दिल्ली, श्री कश्मीरी लाल जी को जनता की ओर से सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया।
साथ ही थाना मंडावली के पुलिस कर्मियों को उनके द्वारा सामाजिक कार्यो में सक्रिय भागीदारी के लिए श्री योगेंदर ( हेड कॉन्स्टेबल ), श्री प्रदीप ( हेड कॉन्स्टेबल ), श्री बंसी लाल ( कॉन्स्टेबल ), श्री आज़ाद ( कॉन्स्टेबल ), श्री लोकेंद्र ( कॉन्स्टेबल ), श्री मनोज ( कॉन्स्टेबल ), व वरिष्ठ समाज सेवी श्री मोहित जैन, श्री गुरुदेव शर्मा, श्री सैयद सज्जाद अली ज़ैदी को थाना प्रभारी मंडावली दिल्ली श्री कश्मीरी लाल जी द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सम्मान फाउंडेशन के संस्थापक श्री एस बी तिवारी, व पुलिस पत्रिका के प्रधान संपादक श्री गौरव तिवारी, सम्मान फाउंडेशन की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती हेमलता जी, सचिव श्री धीरज जी, श्री अजय वीर सिंह जी, सौरव जी, रीना जी, पिंकी शर्मा जी व अन्य लोग मौजूद रहें।
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अपराध
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बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले (Baghpat) में एक युवक की आत्महत्या के केस (Suicide case) में 10 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. सोमवार को इस युवक की कुछ पुलिसकर्मियों से एक वैक्सीनेशन सेंटर पर झड़प (brawl with cops) हो गई थी, जिसके बाद कल रात उसका शव उसके गांव में एक पेड़ से लटकता हुआ मिला था. इस केस में इन 10 पुलिसकर्मियों में से पांच पर 'आत्महत्या के लिए उकसाने' (Abetment of Suicide) के आरोप में केस दर्ज हुआ है.
युवक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसने पुलिसवालों की वजह से आत्महत्या जैसा कदम उठाया. उन्होंने बताया कि एक वैक्सीनेशन सेंटर पर 'बिना किसी कारण के' पुलिसकर्मियों ने उसे पीटा था और फिर बाद में उसके घर आकर उसकी मां को भी पीट कर गए थे.
सोमवार दोपहर को हुई इस घटना का एक 90 सेकेंड का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें देखा जा सकता है कि कम से कम दो पुलिसकर्मी उस युवक को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. एक दूसरा शख्स बीच-बचाव की कोशिश करता है, लेकिन पुलिस वाले उसे धक्का दे देते हैं. खुद को छुड़ाने की कोशिश में कामयाब होने के बाद वो युवक केंद्र से भाग जाता है.
पुलिस में लिखाई गई शिकायत में युवक के पिता ने आरोप लगाया है कि वहां मेडिकल स्टाफ ने उसके बेटे का नाम बुलाया और वो अंदर जाने लगा तो पुलिसवालों ने उसे अंदर नहीं घुसने दिया. पिता ने बताया कि 'पुलिस ने मेरे बेटे के साथ धक्कामुक्की की, जब उसने कारण पूछा तो उन्होंने उसे पीटना शुरू कर दिया. फिर उसे एक दूसरे कमरे में ले जाकर लाठियों से पीटा गया. हमने वहां से उसे किसी तरह बाहर निकाला. लेकिन फिर शाम को कई पुलिसवाले हमारे घर आए और मेरी पत्नी को भी मारा. मेरा बेटा बहुत डर गया और भाग गया. हमें बाद में उसकी बॉडी मिली.'
इस मामले पर बागपत पुलिस के चीफ अभिषेक सिंह ने एक वीडियो बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 'हमने केस दर्ज किया है और 10 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और हम इस मामले में किसी को नहीं छोड़ेंगे.'
गाज़ियाबाद: मुरादनगर थानाक्षेत्र के रावली रोड स्थित नवीन मंडी स्थल में नशे का सेवन करने आए गोताखोरों का आपस में विवाद हो गया । यह विवाद गोताखोरों में नवीन मंडी स्थल में शराब और गांजे का सेवन करने के बाद हुआ । जिसमें एक गोताखोर की दर्दनाक मौत हो गई हैं । वहीं , पुलिस की कार्रवाई में मुख्य आरोपी गिरफ़्तार हो गया हैं । जबकि , अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं । आपको बता दें कि सोमवार सरेशाम मुरादनगर थानाक्षेत्र के रावली रोड स्थित नवीन मंडी स्थल में कुछ गोताखोर नशे का सेवन करने आए और उन्होंने वहां शराब और गांजा का दबाकर सेवन किया और वह नशे में धुत हो गए । गौरतलब है कि नशे का सेवन करने के बाद देखते ही देखते गोताखोर सोनू की दूसरे गोताखोर कमल के भाई से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और फिर दोनों में मारपीट भी हो गई । जिसमें गोताखोर कमल लाठी - डंडा लेकर कूद पड़ा और उसने गोताखोर सोनू के सर पर जानलेवा हमला कर दिया ।
हमले में सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया और वह जमीन पर गिर गया । इतना ही नहीं , कमल ने सोनू के सिर पर बहुत बेदर्दी से वार किये । जिसकी वीडियो पास खड़े किसी युवक ने बना ली । जिसमें साफ साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से वह नशे में गोताखोर सोनू के सर पर बेदर्दी से वार कर रहा हैं । यह नज़ारा अपनी आंखों से देख नवीन मंडी स्थल में मौजूद लोगों में अफरा तफरी सी मच गई और वह दहशत में भी नज़र आए । सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी करते हुए मुख्य आरोपी गोताखोर कमल पुत्र प्रकाश निवासी थाना मुरादनगर को गिरफ्तार कर लिया हैं ।
पुलिस ने गंभीर रूप से घायल गोताखोर सोनू पुत्र कैलाश निवासी थाना मोदीनगर को जब जनपद के एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया हैं । दूसरी तरफ अन्य आरोपी गोताखोर मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं । एसपी ग्रामीण ईरज राजा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल गंभीर रूप से घायल गोताखोर सोनू को जनपद के एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया , जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया हैं । इतना ही नहीं , एसपी ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी गोताखोर कमल को गिरफ़्तार कर लिया हैं । जबकि , अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं ।
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व्यापार
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नई दिल्ली: मारुति की मच अवेटेड एसयूवी Maruti Jimny को लेकर एक अच्छी खबर है। पिछले साल दिसंबर के आखिर में खबर आई थी कि मारुति सुजुकी ने अपनी 3-डोर वैरियंट वाली जिमनी की गुरुग्राम स्थित प्लांट में असेंबली शुरू कर दी है, वहीं अब कंपनी ने इसका निर्यात भी शुरू कर दिया है। कंपनी ने इसका 184 यूनिट्स का पहला शिपमेंट मुंद्रा पोर्ट से लैटिन अमेरिकी देशों जैसे कोलंबिया और पेरू को भेजा है।
स्टॉक एक्सचेंज बीएसई को जारी बयान में मारुति ने बताया है कि जिमनी का निर्यात शुरू हो गया है और 3-डोर वाली जिमनी को लैटिनी अमेरिका, पश्चिमी एशिया और अफ्रीकी देशों को निर्यात की जाएगी। मौजूदा पीढ़ी की जिमनी को 2018 में लॉन्च किया गया था। इसे पिछले साल हुए ऑटो एक्सपो में भी शोकस किया गया था।
जिमनी की स्पेसिफिकेशंस
जिमनी में 1.5 लीटर K15B नैचुरली एस्पीरेटेड पेट्रोल इंजन मिलता है, यह इंजन 105 एचपी की पावर और 138 एनएम का टॉर्क देता है। कंपनी यह इंजन विटारा ब्रेजा के अलावा अर्टिगा, सियाज और एस-क्रॉस में भी दे रही है। लैडर फ्रेम होने की वजह से इसमें इंजन की पोजिशन बदली हुई होगी, जो इसके पिछले पहियों को पावर देगा। वहीं भारत में लॉन्च होने वाली जिमनी को थार की तरह स्टैंडर्ड 4x4 सिस्टम के साथ पेश किया जा सकता है। जिमनी में 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के अलावा 4-स्पीड टॉर्क कनवर्टर ऑटोमैटिक का भी विकल्प मिलता है।
लंबाईः 3,645 एमएम
चौड़ाईः 1,645 एमएम
ऊंचाईः 1,720 एमएम
भारत में जिमनी की लॉन्चिंग की कोई तारीख अभी तक तय नहीं हुई है। पहले माना जा रहा था कि इसे 2020 में ही उतारा जाएगा, बाद में खबरें आईं कि इसे 2021 में पेश किया जा सकता है। लेकिन कंपनी ने इंकार कर दिया। वहीं अब उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी इसे अगले साल ही उतारेगी।भारत में लॉन्च होने वाली जिमनी 5-डोर वर्जन होगी और इसमें अलग से लगेज स्पेस दिया जाएगा। कंपनी सूत्रों का कहना है कि 3-डोर वर्जन वाली गाड़ियों को भारत में ज्यादा पसंद नहीं किया जाता है। उनका कहना है कि ज्यादातर भारतीय इन्हें व्यावहारिक नहीं मानते हैं। यही वजह है कि भारतीय बाजार में 3-डोर वर्जन वाली गाड़ियों की कोई खास मांग नहीं रही है।
नई जिमनी सब-4 मीटर एसयूवी सेगमेंट में होगी। इसका मुकाबला महिंद्रा थार से होगा, जो पांच दरवाजों वाली होगी और फिलहाल उस पर काम जारी है। भारत में चौथी पीढ़ी की जिमनी का मुकाबला भारत में ही बन रही दूसरी पीढ़ी की जिमनी यानी मारुति जिप्सी से भी होगा, जिसे फिलहाल सेना के लिए ही बनाया जा रहा है।
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आम बजट एक फरवरी 2021 को पेश होगा। इस साल पेश होने वाला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यकाल का तीसरा बजट होगा। इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। एक फरवरी 2019 को पीयूष गोयल द्वारा अंतरिम बजट पेश किया गया था। इसके बाद पांच जुलाई 2019 को निर्मला सीतारमण ने अपना पहला आम बजट पेश किया था। एक फरवरी 2020 को उन्होंने अपना दूसरा बजट पेश किया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आम बजट आखिर अंतरिम बजट से अलग कैसे है?
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अंतरिम बजट हर साल पेश होने वाले पूर्ण बजट से काफी अलग होता है। अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट (Vote on Account) में थोड़ा सा नीतिगत अंतर होता है।
केवल कुछ महीने के लिए होता है अंतरिम पेश
अंतरिम बजट एक खास समय के लिए होता है। चुनावी साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है। यह बजट चुनावी वर्ष में नई सरकार के गठन तक खर्चों का इंतजाम करने की औपचारिकता होता है। अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के शुरुआती तीन से पांच महीने या फिर चुनाव संपन्न होने तक के लिए अंतरिम बजट पेश होता है। जो नई सरकार सत्ता में आती है, वो पूर्ण बजट पेश करती है। यह इसलिए पेश किया जाता है ताकि सरकार की तरफ से होने वाले खर्चों में किसी तरह की कोई कमी न आए।इसे भी पढ़ें : दिल्ली पुलिस की 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली को अनुमति देने की योजना—लेकिन इन शर्तों पर
अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट में अंतर
अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट में थोड़ा सा अंतर होता है। अगर सरकार कुछ महीनों के लिए खर्चा चलाने के लिए संंसद से मंजूरी मांगती है तो उसे वोट ऑन अकाउंट कहते हैं। वहीं अगर सरकार खर्च के अलावा कमाई का ब्यौरा भी पेश करती है, तो उसके अंतरिम बजट भी कहा जाता है।इसे भी पढ़ें : स्कूल के पहले दिन 11 छात्राएं कोरोना वायरस से संक्रमित मिलीं
नीतिगत फैसले लेने की बाध्यता नहीं
अंतरिम बजट में सरकार आम तौर पर कोई नीतिगत फैसला नहीं लेती है लेकिन इसके लिए किसी तरह की कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है। इतिहास में कई बार पूर्व सरकारों के वित्त मंत्रियों ने अंतरिम बजट में भी कई तरह के नीतिगत फैसले लिए हैं। हालांकि नई सरकार सत्ता में आने के बाद इनको बदल सकती है।
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विशेष
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नई दिल्ली। शीला चैरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट टीम ने शनिवार सुबह 11:00 यमुना खादर बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचकर लगभग 500 से 600 लोगों को भोजन वितरण किया। संस्था के सभी लोग मिलकर बाढ़ प्रभावित पीड़ितों के बीच भोजन वितरण कीये। इस अवसर पर संस्था के वाइस चेयरमैन अभिजीत राय ने कहा कि हमारी संस्था इस तरह का कार्य करती रहती है और हम सभी लोग मिलकर आगे भी ऐसे कार्य करते रहेंगे हर संभव बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद करेंगे। वही बातचीत के दौरान नेशनल सेक्रेट्री बीएस गौतम ने कहा कि हमारी संस्था लगातार स्लम एरियाज में गरीब असहाय लोगों के बीच पहुंचकर मदद करती रहती है। हम लोग एजुकेशन स्वास्थ्य शिक्षा पर भी काम करते हैं हमारी टीम मिलकर निरंतर इस तरह के कार्य करती रहती है। टीम के सभी लोग एकजुट होकर जिस तरह से कार्य कर रहे हैं यह काबिले तारीफ है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए हमारी टीम और हमारी संस्था हमेशा हर संभव जरूरत की सामग्री पहुंचाने का काम करेगी। इस अवसर पर नरेंद्र कुमार,पंकज कुमार राय, शुभम राय, अभिषेक मांझी, (नैशनल कोषाध्यक्ष) पप्पू शाह, विकास मैसी, अजीत, रवि, गौरव तिवारी,आदि लोग मौजूद रहे।
संजय सिंह, विशेष आयुक्त पुलिस को किया लाइफ अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित उनके प्रयास सचमुच दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस नारे को सार्थक करते है
नई दिल्ली: आल समाज सहायता ट्रस्ट की ओर से दिल्ली पुलिस के सीनियर आईपीएस अफसर संजय सिंह, विशेष आयुक्त पुलिस, लाइसेंसिंग एवं कानूनी प्रभाग को प्रोफेसर धनञ्जय जोशी वाईस चांसलर दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव् एवं ब्यूरो चीफ मदरलैंडवॉइस ने संयुक्त रूप से लाइफ अचीवमेंट अवार्ड से दिल्ली पुलिस मुख्यालय में सम्मानित किया
इस अवसर पर ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष एवं अमन न्यूज़ चैनल के प्रधान सम्पादक अमन बर्नी ने बताया कि समाज सहायता केंद्र द्वारा करोना में लोगों को घर घर जाकर खाना पहुंचाना और रास्ते में चल रहे पैदल लोगों को मदद करना और फंसे हुए लोगों को छोटे-छोटे बच्चों को उनके मंजिल तक पहुंचाना का कार्य भी किया है उन्होंने इस प्रयास में भागीदारी जन सहयोग समिति को प्रेरणा बताया
विशेष अतिथि विजय गौड़ सेक्रेटरी जनरल भागीदारी जन सहयोग समिति ने आईपीएस संजय सिंह के रचनात्मक विभिन्न प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए उनके नेतृत्व मैं दिल्ली पुलिस में चल रहे युवा कार्यक्रम का विशेष उल्लेख किया जिसमें हजारो युवाओं को 12 से अधिक स्किल में ट्रेनिंग देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें ऐसे युवा भी शामिल हैं जिन्होंने या तो पहली बार अपराध किया है या ड्रग सेवन जैसे व्यसन में पड़ गए उनके ऐसे प्रयास सचमुच दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस नारे को सार्थक करते है विजय गौड़ ने कहा कि आईपीएस संजय सिंह अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के कारण किसी परिचय के मोहताज नहीं है उल्लेखनीय हैं कि उन्हें मिजोरम ( स्पेशल ड्यूटी ) पुलिस पदक, अंडमान और निकोबार में पुलिस पदक एवं भारत के माननीय राष्ट्रपति के कर कमलों से पुलिस पदक प्राप्त होने का गौरव प्रदान किया गया हैं
अतिथि डॉ0 नीरजा चतुर्वेदी आर जे आल इंडिया रेडियो ऍफ़ एम रेनबो की ने आईपीएस संजय सिंह को मीडिया फ्रेंडली बताते हुए उनकी सहजता, सरलता एवं विनम्रता की मुक्त कंठ से की और उनके मीडिया फ्रेंडली भाव को जन जागरूकता का सशक्त माध्यम बताया
मुख्य अतिथि प्रोफेसर धनञ्जय जोशी वाईस चांसलर दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी ने कहा कि हिन्दू कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी को आईपीएस संजय सिंह जैसे छात्र पर ना केवल गर्व है अपितु वे अन्य छात्रों के लिए सदैव प्रेरणा एवं ऊर्जामान व्यक्तित्व के रूप में पहचाने जाते हैइस अवसर पर सुनील परिहार ब्यूरो चीफ टीवी 100 , अमन न्यूज़ का मीडिया स्टाफ एवं अनेकों मीडियाकर्मी मौजूद थे
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राशिफल
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Today In History: भारत रत्न से सम्मानित एम. एस. सुब्बालक्ष्मी (M S Subbulakshmi ) को संगीत जगत की अप्रतिम प्रतिभा और अविवादित सुर साम्राज्ञी के तौर पर जाना जाता है. 16 सितंबर की तारीख इतिहास में संगीत की इस महान साधिका के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है. 16 सितंबर 1916 को तमिलनाडु के मदुरै शहर में जन्मी सुब्बालक्ष्मी ने पांच साल की उम्र में संगीत की शिक्षा ग्रहण करना शुरू किया और दस साल की उम्र में अपना पहला डिस्क रिकॉर्ड किया. उन्होंने देश की बहुत सी भाषाओं में गीत गाए. यह उनकी कला साधना का ही प्रभाव था कि लता मंगेशकर ने उन्हें 'तपस्विनी' कहा, उस्ताद बडे ग़ुलाम अली ख़ां ने उन्हें 'सुस्वरलक्ष्मी' का नाम दिया, किशोरी आमोनकर उन्हें 'आठवां सुर' कहती थीं, जो संगीत के सात सुरों से ऊंचा है. उन्हें कला क्षेत्र में योगदान के लिए 1954 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया
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संपादक
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नई दिल्ली : ( पुलिस पत्रिका - विजय गौड़ विशेष संवाददाता ) हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वर्ष भर चलने वाले अभियान क्वालिटी ऑफ़ लीगल सर्विसेज इज की टू एक्सेस टू जस्टिस का उदघाटन समारोह प्राधिकरण सभागार में माननीय न्यायमूर्ति श्री उदय उमेश ललित, न्यायाधीश, भारतीय उच्चतम न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया। इस उद्घाटन के दौरान, माननीय न्यायमूर्ति श्री उदय उमेश ललित, न्यायाधीश, भारतीय उच्चतम न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने भी अपने विचार साझा किए और पूर्व गिरफ्तारी, गिरफ्तारी और रिमांड स्टेज पर व्यक्ति विशेष के अधिकारों पर पोस्टर लॉन्च की भी सराहना की। उन्होंने सभी राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों को इस संबंध में हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गई पहल का अनुसरण करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के चरण में लोगों को गुणवत्तापूर्ण कानूनी सेवाएं प्रदान करने के इस अभियान की एक वर्ष की अवधि निश्चित रूप से गिरफ्तारी के दौरान पुलिस स्टेशन में लोगों की शिकायतों को कम करेगी।
समारोह की शुरूआत माननीय न्यायमूर्ति श्री राजन गुप्ता, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय तथा कार्यकारी अध्यक्ष, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण कानूनी सेवाओं के महत्व पर ध्यान केन्द्रित किया है कि कानूनी सेवा प्राधिकरण जरूरतमंद लोगों तक कैसे पहुंच सकते हैं। अपने संबोधन में माननीय न्यायमूर्ति ने हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पिछले एक वर्ष में विशेष रूप से कोविड अवधि के दौरान शुरू की गई परियोजनाओं और अभियानों के बारे में सभा को अवगत कराया। उन्होंने आगे उपस्थित लोगों को कोविड-19 के दौरान हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शुरू किये गये जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया उन्होंने कानूनी सहायता लेने वाले लोगांे को आ रही कठिनाइयों को हल करने पर जोर दिया ताकि कानूनी सेवा के अधिकार पर लोगों का विश्वास दिन प्रतिदिन और बेहतर हो सके। उन्होंने इस आयोजन को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के शहादत दिवस से जोड़ा। उन्होंने बताया कि बाल गंगाधर तिलक ने अदालत में अपना बचाव किया और अदालत में लोगों को दी जा रही कानूनी सहायता के साथ-साथ अदालत में आने से पहले यानी गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के समय से जोड़ा।हरियाणा के जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्षगण, श्री प्रमोद गोयल, सदस्य सचिव, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया क़ि समारोह अवसर पर किशोर न्याय अधिनियम (देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 पर लघु फिल्म का विमोचन , गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के चरण में एक व्यक्ति के अधिकारों पर एनिमेटेड लघु क्लिप का विमोचन , हरियाणा के सभी 22 जिलों में समर्पित वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग सुविधा का शुभारम्भ, ऐ0डी0आर0 केन्द्रों को लोगों के अनुकूल बनाने के लिए 18 जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों में किड्स जोन का उद्घाटन किया गया
समारोह में न्यायमूर्ति श्री रवि शंकर झा, मुख्य न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं मुख्य संरक्षक, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री जसवंत सिंह, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं प्रशासनिक न्यायाधीश, सत्र प्रभाग, गुरूग्राम, न्यायमूर्ति श्री राजन गुप्ता, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री अजय तिवारी, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, पंजाब राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री ऐ0जी0 मसीह, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं अध्यक्ष, उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति तथा श्री राजीव अरोड़ा, आई0ऐ0एस0, अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग, हरियाणा ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में श्री अशोक जैन, सदस्य सचिव, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री संजीव बेरी, रजिस्ट्रार जनरल, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय, चण्डीगढ़, श्री पुनीत सहगल, निदेशक, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण,, मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट्स/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरियाणा के न्यायिक अधिकारीगण, पैनल अधिवक्तागण, पैरा लीगल वाॅलिन्टयर्स, बार सदस्यगण तथा पुलिस अधिकारीगण उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के बाद सभी न्यायमूर्तियों ने गुरुग्राम की भोंडसी जेल का भी दौरा किया। की टू एक्सेस टू जस्टिस अभियान का उदघाटन समारोह संम्पन्ननई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने नशा मुक्ति के लिए वन ड्रॉप सेंटर - सूर्योदय केंद्र के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए कहा कि जाति -पाति के भेद भाव से हमें ऊपर उठ कर देश के विकास के लिए सोचना होगा l सर्वोदय केंद्र नशा मुक्ति के लिए वन ड्रॉप सेंटर एक अनूठा रचनात्मक प्रयास बताते हुए राजेंद्र पाल गौतम महिला एवं बाल विकास मंत्री दिल्ली सरकार ने प्रयास की सफलता पर अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा की ऐसे केन्द्रो को हर जिले में खोला जायेगा l उन्होंने विभिन्न विभागों , स्वेच्छासेवी संस्थाओं एवं विशेषकर दिल्ली राज्य विधिक सेवायें प्राधिकारण एवं दिल्ली उच्च न्यायालय के उपस्थित न्यायाधीशों द्वारा दिए गए योगदान की सराहना करते हुए नशीले पदार्थों के विक्रय पर भी रोक लगाने पर जोर दिया l
न्यायमूर्ति राजीव राजीव शकधर न्यायाधीश दिल्ली हाई कोर्ट ने जमीनी स्तर पर कार्य करने में अपनी आस्था प्रकट करते हुए कहा कि इस परियोजना अध्ययन के साथ वह स्वयं मादक पदार्थ सेवन करने वाले बच्चों के अभिभावकों से दिल्ली राज्य सेवाएं प्राधिकरण एवं महिला एवं बाल विकास की टीम के साथ मिले l अधिकतर महिलाएं सामने आयी और प्रार्थना की कि हमारे बच्चों को इस नशे की आदत से बचा दे तब दिल्ली हाई कोर्ट जुवेनाइल जस्टिस समिति ने संकल्प शक्ति के साथ टीम वर्क के साथ यह पहल की l उन्होंने बताया कि वे स्वयं स्पोर्ट्स में रूचि रखते हैं और उनका मानना है कि खेल मानसिक तनाव को दूर करता है l उन्होंने खेल को भी इस पहल में शामिल करने पर प्रसन्नता प्रकट की और आशा प्रकट की कि शीघ्र एक और ऐसा केंद्र अन्य जिले में खोल कर इस पहल को सभी जिलों तक पहुंचने का प्रयास जारी रहेगा lराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भारत सरकार के सदस्य डॉ डॉ द्न्यनश्वर मनोहर मुलाय ने कहा कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के साथ जनता राष्ट्र का चौथा स्तम्भ है l संविधान चाहता है कि हर व्यक्ति को जीने का अधिकार मिले , इसी भावना से निहित केंद्र की गतिविधियां है जिसका स्थान राष्ट्र भावना में सर्वोपरि है l उन्होंने बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी जो इस केंद्र में खोली है वह सचमुच एक सकारात्मक सोच देगी एक उनका विश्वास है l
दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सदस्य सचिव एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश कँवल जीत अरोड़ा ने प्राधिकरण ऐसे रचनात्मक पहल में योगदान के लिए सदैव कटिबद्ध है इस बात का आश्वसन देते हुए कहा कि केंद्र का उदेश्य दिशाहीन बच्चों को एक नई रौशनी देना है l उन्हें नशामुक्त करके समाज के मुख्यधारा से जोड़ना है , जो ह्रदय को स्पर्श करता है l उन्हें सही दिशा देकर हम राष्ट्र विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैl उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि नशामुक्त दिल्ली हो , जो सपना साकार भी होगा अटूट विश्वास है l
डॉ रश्मि सिंह निदेशक महिला एवं बाल विकास दिल्ली सरकार ने बताया कि सूर्योदय केंद्र द्वारा ना केवल किशोर बच्चों को नशा मुक्त किया जाएगा अपितु उन्हें स्किल ट्रेनिंग देकर रोजगार से भी जोड़ा जायेगा ताकि वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके कौंसिल ऑफ़ रॉयल रूट्स संस्था के चीफ एग्जीक्यूटिव अफसर ने केंद्र की डिजिटल लाइब्रेरी द्वारा निशुल्क ऑनलाइन शिक्षा पर विस्तृत प्रकाश डाला और सूर्योदय केंद्र गतिविधियों की एक बुकलेट का भी अतिथिगण ने विमोचन कियाइस अवसर पर दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता एवं न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा , दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के विशेष सचिव जिला एवं सत्र न्यायाधीश गौतम मनन एवं अतिरिक्त सचिव जिला एवं सत्र न्यायाधीश नम्रता अग्रवाल , महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव मधु के गर्ग , अभिषेक सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ( नार्थ वेस्ट ), दिल्ली बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष अनुराग कुंडू एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं संस्था प्रमुख उपस्थित थे
अंत में सुभाष वत्स संयुक्त निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग ने सभी का आभार व्यक्त किया l
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